लक्ष्य से 82,000 करोड़ कम टैक्स की वसूली


top firm will save thirty seven thousands after corporate tax cut says crisil

 

प्रत्यक्ष कर संग्रह के संशोधित लक्ष्य से 82,000 करोड़ रुपये कम वसूली हो पाई है. वित्त वर्ष 2019 में 11.18 लाख करोड़ कर संग्रह ही हो पाया है. केन्द्र सरकार ने 12 लाख करोड़ कर संग्रह का संशोधित लक्ष्य रखा था.

पिछले साल की तुलना में 13.4 फीसदी अधिक कर संग्रह हुआ है लेकिन संशोधित लक्ष्य को पूरा नहीं किया जा सका है. कॉरपोरेट टैक्स संग्रह में कमी इसकी प्रमुख वजह रही है. सूक्ष्म, मध्यम और लघु उद्योगों की आय घटने का प्रभाव कर संग्रह पर पड़ा है.

सरकार ने 12 लाख करोड़ रुपये कर संग्रह का लक्ष्य रखा था. पिछले साल की तुलना में कुल कर संग्रह 13.4 फीसदी अधिक रहा है. बाद में 18 फीसदी अधिक कर संग्रह का लक्ष्य रखा था. जिसे पूरा नहीं किया जा सका था.

एक अधिकारी ने एएनआई को बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में कर संग्रह कम हुआ है क्योंकि कॉरपोरेट टैक्स संग्रह पहले से कम हुआ है. जबकि कई जोन में काफी कम कर का संग्रह हो पाया है.

सीबीडीटी सदस्य नीना कुमार की ओर से सभी क्षेत्रीय प्रमुखों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि 12 लाख करोड़ के तय लक्ष्य का 85.21 प्रतिशत यानि की 10.21 लाख करोड़ ही संग्रह हो पाया है.

कुमार ने अपने पत्र में लिखा है कि पिछले सप्ताह की तुलना में इस बार कर संग्रह में गिरावट दर्ज की गई है. चालू सप्ताह में 6.9 फीसदी कम कर का संग्रह हुआ जबकि पिछले सप्ताह 5.2 फीसदी कम कर संग्रह हो पाया था.


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