ओकैसियो कोर्टेज और बर्नी सैंडर्स ने ‘जलवायु आपातकाल’ पर संसद में पेश किया संयुक्त प्रस्ताव
खराब होता पर्यावरण दिनों-दिन दुनिया के लिए एक चुनौती बनता जा रहा है. तमाम पर्यावरण कार्यकर्ता इसको लेकर सक्रिय हैं. ऐसा ही एक आंदोलन पर्यावरण सुधार के लिए दुनिया से बड़े स्तर पर कार्रवाई चाहता है. जैसा कि किसी आपातकालीन स्थिति में किया जाता है. और इनके इस प्रयास में फिलहाल अमेरिका के कुछ बड़े विपक्षी नेताओं का साथ मिलता नजर आ रहा है.
अमेरिका में कुछ जाने-माने विपक्षी नेता जैसे बर्नी सैंडर्स, अलेकसैन्ड्रिया ओकैसियो कोर्टेज, अर्ल ब्लमेनयोर आदि इनके साथ जुड़ गए हैं.
ये अमेरिकी नेता एक संयुक्त प्रस्ताव लेकर आए हैं. इसमें अमेरिका से 16 अन्य देशों और सैकड़ों स्थानीय शासन के साथ जुड़कर जलवायु आपातकाल घोषित करने का आग्रह किया गया है. इससे पहले बीते महीने न्यूयॉर्क ने जलवायु आपातकाल घोषित कर दिया था.
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में संभावित डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बर्नी सैंडर्स भी खुलकर इनके समर्थन में आ गए हैं. बर्नी ने इस संबंध में की गई एक टिप्पणी में कहा, “ये एक नैतिक आवश्यकता है. यहां कोई अन्य विकल्प मौजूद नहीं है. हम जीवाष्म ईंधन उद्योग के लालच से मुकाबला करने जा रहे हैं. और हम डोनल्ड ट्रंप को अनदेखा करेंगे.”
इस संयुक्त प्रस्ताव में ग्लोबल वार्मिंग को जलवायु आपातकाल घोषित किया गया है. इसमें कहा गया है कि खराब जलवायु की स्थिति बहुत बुरी है और इसका सीधा प्रभाव आर्थिक, सामाजिक ख़ुशहाली, स्वास्थ्य और सुरक्षा पर पड़ रहा है.
इसमें यूएस में संसाधनों एवं श्रम के माध्यम से सामाजिक, औद्योगिक और आर्थिक लामबंदी करने का आग्रह किया गया है, ताकि जलवायु के बुरे प्रभाव को कम किया जा सके.
हालांकि सैंडर्स ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए होने वाले प्रचार में पर्यावरण नीति को लेकर कोई खुलासा नहीं किया है. लेकिन उन्होंने ग्रीन न्यू डील के लिए सहमति जता दी है. उन्होंने कहा कि वे इसके लिए मजबूती से सामने आएंगे. उन्होंने यातायात और टिकाऊ ऊर्जा में निवेश करने की बात भी कही.
जलवायु को लेकर ट्रंप शासन की नीति से निराश ओकैसियो कोर्टेज ने कहा कि अमेरिका इस समय ‘राजनीतिक अक्रियता’ के संकट से जूझ रहा है. उन्होंने कहा कि अब ये स्थापित हो चुका है कि यूएस में जलवायु नीति ‘जीरो सम गेम’ बन चुकी है. यहां रिपब्लिकन हर तरह की जलवायु नीति को रोक रहे हैं.