बर्नी सैंडर्स को किसी खरबपति ने नहीं दिया चंदा
अमेरिका के फेडरल इलेक्शन कमीशन के अनुसार सीनेटर बर्नी सैंडर्स के अलावा डेमोक्रेटिक पार्टी के बीस में से तीन और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनके चुनाव अभियान को किसी भी खरबपति का समर्थन नहीं मिला है. फोर्ब्स ने यह रिपोर्ट प्रकाशित की है.
रिपोर्ट के अनुसार 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों को 67 खरबपतियों का समर्थन मिला है. इस रिपोर्ट का विश्लेषण करने पर पता चला कि जो उम्मीदवार नव-उदारवादी नीतियों का जितना बड़ा समर्थक है, उसके पास उतने ही अधिक खरबपति दानदाता हैं. वहीं जो उम्मीदवार जितना अधिक प्रगतिशील है, उसे उतने ही अधिक व्यक्तिगत दानदाताओं का समर्थन प्राप्त है.
उम्मीदवार पीट गाइग को सबसे अधिक 24 खरबति समर्थन दे रहे हैं. ब्लैकस्टोन कंपनी के कार्यकारी उपाध्यक्ष हैमिल्टन जेम्स, जिनकी कंपनी गरीब किरायदारों को घरों से निकाल देने के बाद सुर्खियों में आई थी और नेटफ्लिक्स के सीईओ रीड हैस्टिंग, जिनके ऊपर टैक्स चोरी के आरोप लगे हैं, पीट गाइग को समर्थन दे रहे हैं.
सीनेटर कोरी बुकर 18 खरबपतियों के समर्थन के साथ दूसरे स्थान पर आते हैं. उनके चुनावी प्रचार में बिल गेट्स, गूगल के पूर्व सीईओ एरिक श्मिट और लिंकेडिन के संस्थापक रीड हॉफमैन दान दे रहे हैं.
सीनेटर कमला हैरिस तीसरे स्थान पर हैं. स्टार वार्स के निर्माता जॉर्ज लुकास और एप्पल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरीन पॉवेल जॉब्स समेत 17 खरबपतियों का समर्थन प्राप्त है.
जो बाइडेन पांचवें स्थान पर हैं. एलिजाबेथ वारेन दो खरबपतियों के समर्थन के साथ 12 वें स्थान पर हैं. इसके बाद एक खरबपति के समर्थन के साथ तुलसी गबार्ड और एंड्रयू यंग का स्थान है. ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी ने दोनों को दान दिया है.
वहीं बर्नी सैंडर्स, न्यू यॉर्क शहर के मेयर बिल डी ब्लासियो, पूर्व अरबन डेवलपमेंट सेक्रेटरी जूलियन कास्त्रो और टिम रायन जैसे उम्मीदावारों को किसी भी खरबपति से चंदा नहीं मिला है.
सैंडर्स को छोड़कर बाकी के तीन को दो प्रतिशत से भी कम मत मिल रहे हैं और यह बहुत संभव है कि वे सितंबर में होने वाली अगली डिबेट में हिस्सा ना ले पाएं.
जो बाइडेन के बाद सैंडर्स को ही सबसे ज्यादा मत मिल रहे हैं. 30 जुलाई तक सैंडर्स के पास सबसे अधिक 746,000 व्यक्तिगत दानदाता हैं.
सैंडर्स ने चंदा अभियान चलाकर किसी भी प्रत्याशी के मुकाबले सबसे अधिक चंदा इकट्ठा किया है. सैंडर्स के दानदाताओं में 70 प्रतिशत हिस्सा कामगार वर्ग का है. ये कामगार वालमार्ट और अमेजन जैसी उन कंपनियों में काम करते हैं, जिनकी सैंडर्स ने कम वेतन देने के लिए निंदा की है.