अहमदाबाद पुलिस ने 19 दिसंबर को अहमदाबाद में एनआरसी और सीएए के विरोध के दरम्यान हुई हिंसा के मामले में 49 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें कांग्रेस के कॉरपोरेटर शेहजाद खान भी शामिल हैं. एनआरसी के खिलाफ शहर के मुस्लिम बहुल शाह-ए-आलम इलाके में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया था. पथराव की घटना में कम से कम पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए.
Ahmedabad Police has detained 49 people in connection with violence during protests against #CitizenshipAmendmentAct yesterday. Among the detainees, is Congress corporator Shehzad Khan(in middle in plain white shirt) #Gujarat pic.twitter.com/IAfE9QhGIu — ANI (@ANI) December 20, 2019
Ahmedabad Police has detained 49 people in connection with violence during protests against #CitizenshipAmendmentAct yesterday. Among the detainees, is Congress corporator Shehzad Khan(in middle in plain white shirt) #Gujarat pic.twitter.com/IAfE9QhGIu
— ANI (@ANI) December 20, 2019
पुलिस ने करीब 2000 लोगों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. पुलिस ने जब प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की तो उन्होंने पथराव किया.
पथराव में सहायक पुलिस आयुक्त आरबी राणा सहित कम से कम पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए.
सहायक पुलिस आयुक्त आशीष भाटिया ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है.
पुलिस के मुताबिक शाह-ए-आलम इलाके में पथराव को छोड़कर शहर के किसी भी हिस्से में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई.
दोपहर में, अहमदाबाद के सरदार बाग इलाके में जुटे कुछ लोगों पर पुलिस ने 19 दिसंबर को लाठीचार्ज किया.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए इकट्ठा करीब 200 प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर कर दिया गया क्योंकि एकत्र हुए लोगों ने प्रदर्शन की अनुमति नहीं ली थी. उन्होंने बताया कि 20 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया.
निरीक्षक एम एम नायब ने बताया, ”हमने इस प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हमने उन्हें हटाया. हमने 20 लोगों को हिरासत में भी लिया.”
माकपा, भाकपा सहित वाम दलों और उनसे जुड़े संगठनों ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन (डीएसओ) और एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) ने प्रदर्शन का आयोजन किया.
अल्पसंख्यक अधिकार मंच ने बृहस्पतिवार को अहमदाबाद बंद का आह्वान किया था. मुस्लिम बहुल इलाके में बाजार और दुकानें बंद रही लेकिन अन्यत्र प्रदर्शन का कोई असर नहीं पड़ा.