चिन्मयानंद मामला: पैदल मार्च करने जा रहे जितिन प्रसाद समेत कई कांग्रेस नेता नजरबंद
चिन्मयानंद मामले में कांग्रेस की ओर से प्रस्तावित शाहजहांपुर से लखनऊ तक पैदल मार्च से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद समेत कई पार्टी नेताओं को कथित रूप से नजरबंद कर दिया गया है. पार्टी विधानमंडल दल के नेता समेत 82 पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है.
प्रसाद ने भाषा को बताया कि चिन्मयानंद प्रकरण में बलात्कार पीड़िता को रंगदारी के आरोप में गिरफ्तार कर प्रताड़ित किए जाने के विरोध में कांग्रेस की प्रस्तावित पदयात्रा से पहले जिला प्रशासन ने उन्हें और फतेहपुर से पूर्व सांसद राकेश सचान और कुछ अन्य नेताओं को उनके घर में नजरबंद कर दिया है.
हालांकि जिला प्रशासन नजरबंद करने की कार्यवाही की पुष्टि नहीं कर रहा है.
प्रसाद ने आरोप लगाया कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार लोकतंत्र का गला घोटने में जुटी है. कांग्रेस शांतिपूर्ण तरीके से पदयात्रा निकालने जा रही थी लेकिन इसके बावजूद जिला प्रशासन ने रविवार रात करीब 12 बजे इसकी इजाजत देने से इनकार कर दिया.
नगर मजिस्ट्रेट वनिता सिंह ने बताया कि जिले में धारा 144 लागू होने की वजह से किसी भी तरह की पदयात्रा की इजाजत नहीं दी गई है.
इस बीच, पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के आवास पर सैकड़ों की तादाद में बैठे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने के लिए पहुंची पुलिस को कार्यकर्ताओं के पुरजोर विरोध का सामना करना पड़ा .
नगर मजिस्ट्रेट वनिता सिंह, पुलिस अधीक्षक (नगर) दिनेश त्रिपाठी बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ जितिन प्रसाद के आवास के बाहर मौजूद हैं. वनिता ने बताया कि जैसे ही कार्यकर्ता गेट के बाहर आएंगे उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
इसी बीच, पदयात्रा निकालने की कोशिश कर रहे कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय लल्लू और कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें पुलिस लाइन में रखा गया है.
उधर, कांग्रेस के कार्यालय पर सभा कर रहे तकरीबन 80 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस अधीक्षक (नगर) दिनेश त्रिपाठी ने बताया की शहर में धारा 144 लागू होने के बाद भी कांग्रेस के कार्यकर्ता एक सभा कर रहे थे. उनके पास कोई भी प्रशासनिक अनुमति नहीं थी. ऐसे में उन्हें गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले जाया गया है.
कांग्रेस कार्यालय पर बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है. टाउन हॉल की तरफ आने वाले सभी रास्ते बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिए गए हैं. कांग्रेस की ओर से प्रस्तावित पदयात्रा के चलते शाहजहांपुर जिले में बड़े पैमाने पर पुलिस बल तैनात किया गया है. इसके अलावा कई कंपनी पीएसी भी मंगाई गई है.
पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर अपने कॉलेज में पढ़ रही कानून की छात्रा का यौन शोषण करने का आरोप है. इस मामले में उनके खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है.
इसके साथ ही चिन्मयानंद से पांच करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने के मामले में कथित पीड़िता को भी गिरफ्तार किया गया है.
कांग्रेस ने राज्य सरकार पर चिन्मयानंद के प्रति रियायत बरतने और छात्रा पर जुल्म करने का आरोप लगाते हुए छात्रा को इंसाफ दिलाने के लिए शाहजहांपुर से लखनऊ तक न्याय यात्रा निकालने का एलान किया था.