खुफिया तंत्र की विफलता माने मोदी सरकार: कांग्रेस
पुलवामा हमले के बाद समाजवादी पार्टी ने सुरक्षा चूक पर सवाल उठाए हैं. वहीं कांग्रेस ने पीएम मोदी और बीजेपी नेताओं पर ‘राजधर्म’ भूलने का आरोप लगाया है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि जब देश इस जघन्य हमले के कारण सदमे में था तो उस वक्त मोदी कार्बेट पार्क में एक चैनल के लिए फिल्म की शूटिंग कर रहे थे.
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री अपनी सत्ता बचाने के लिए जवानों की शहादत और ‘राजधर्म’ भूल गए हैं.
उन्होंने कहा, “पुलवामा आतंकी हमले के प्रति मोदी सरकार न तो कोई राजनीतिक जवाब दे रही है और न ही अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रही है.”
उन्होंने दावा किया, ‘‘स्तब्ध करने वाली बात तो यह है कि शहादत के अपमान का जो उदाहरण नरेंद्र मोदी जी ने पुलवामा हमले के बाद पेश किया, ऐसा कोई उदाहरण पूरी दुनिया में नहीं. जब पूरा देश 14 फरवरी को पुलवामा में 3:10 बजे शाम को हुए आतंकी हमले से सदमे में था, तो उस समय नरेंद्र मोदी रामनगर, नैनीताल के कॉर्बेट नेशनल पार्क में फिल्म की शूटिंग कर रहे थे.’’
सुरजेवाला ने कहा, ‘‘मोदी जी की यह फिल्म शूटिंग 6:30 बजे शाम तक चली. शाम को 6:45 पर मोदी जी ने
सर्किट हाउस में चाय नाश्ता किया और दूसरी तरफ सैनिकों की शहादत पर देश के चूल्हे
नहीं जले. यह भयावह है कि एक तरफ हमारे जवान पुलवामा में शहीद हुए, तो उसके चार घंटे बाद तक मोदी जी स्वयं के प्रचार, फोटोशूट व चाय-नाश्ते में व्यस्त थे.’’
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की सुरक्षा पर प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को लेकर आरोप लगाने का देश की जनता पर कोई असर नहीं होने वाला है.
सुरजेवाला ने आरोप लगाया, ‘‘यह और भी पीड़ादायक है कि भयावह पुलवामा आतंकी हमले के बावजूद, प्रधानमंत्री मोदी ने ‘राष्ट्रीय शोक’ की घोषणा इसलिए नहीं की कि कहीं सरकारी खजाने के खर्च पर की जाने वाली प्रधानमंत्री मोदी की राजनीतिक रैलियां और उद्घाटन समारोह रद्द न हो जाएं. इतना ही नहीं, 16 फरवरी, 2019 को प्रधानमंत्री मोदी पुलवामा के शहीदों को श्रृद्धांजलि देने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पर एक घंटे देरी से पहुंचे क्योंकि वो झांसी में राजनीति करने में व्यस्त थे.’’
सुरजेवाला ने दावा किया, ‘‘ भाजपाई नेताओं का व्यवहार और भी शर्मनाक रहा. उन्नाव, उत्तरप्रदेश में पुलवामा के शहीद के पार्थिव शरीर के साथ खड़े होकर बीजेपी सांसद और राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य, साक्षी महाराज शर्मनाक तरीके से मुस्कुराते हुए हाथ हिलाते दिखे. पर्यटन मंत्री अलफोंस ने वायनाड, केरल में पुलवामा शहीद के पार्थिव शरीर के साथ अपनी सेल्फी ही ले ली.’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘ प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) और
गृहमंत्री राष्ट्रीय सुरक्षा एवं खुफिया तंत्र की विफलता के लिए अपनी जिम्मेदारी
क्यों स्वीकार नहीं करते? स्थानीय आतंकियों को सैकड़ों किलोग्राम
आरडीएक्स, एम4 कार्बाईन और रॉकेट लॉन्चर कैसे मिले?’’
कांग्रेस नेता ने यह भी पूछा, ‘‘ एक आरडीएक्स ले जा रही कार को जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे, जहाँ काफिले के सैनिटाईज़ेशन के लिए ‘’मानक संचालन प्रक्रिया’’ का पालन करना पड़ता है, वहां प्रवेश करने की अनुमति कैसे मिली.’’
अखिलेश ने कहा कि जब सुरक्षाकर्मी बस में जा रहे थे तो बस से एक वाहन कैसे टकरा गया. सरकार को जवाब देना चाहिए. बीजेपी सरकार हर किसी को राष्ट्रवाद का प्रमाणपत्र देती है. अब उसे जवाब देना चाहिए.
पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के साथ सपा मुख्यालय पर संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में अखिलेश ने सवाल उठाया कि सीआरपीएफ कर्मियों को सड़क के रास्ते क्यों भेजा गया.
अखिलेश ने तंज किया कि जब शहीदों के परिवार वाले शोकग्रस्त हैं, तब बीजेपी शिलान्यास और लोकार्पण में व्यस्त है .
हार्दिक ने कहा कि वह आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे.
सपा को समर्थन के बारे में उन्होंने कहा कि वह उन सबका समर्थन करते हैं जो हिटलरशाही के खिलाफ हैं और जो लोकतंत्र और संविधान को कमजोर करने वालों के खिलाफ हैं.
गुजरात मॉडल को विफल बताते हुए हार्दिक ने कहा कि गुजरात के 20 जिलों में सिंचाई सुविधाएं नहीं है और किसान आत्महत्या कर रहे हैं.
सुरजेवाला ने यह भी सवाल किया, ‘‘मोदी सरकार ने पुलवामा हमले से 48 घंटे पहले जारी किए गए जैश-ए-मोहम्मद के धमकी भरे वीडियो को नजरंदाज क्यों कर दिया? सरकार ने आतंकियों द्वारा आईईडी के उपयोग एवं उचित सैनिटाईज़ेशन के 8 फरवरी, 2019 के जम्मू-कश्मीर पुलिस के लिखित इनपुट को नजरंदाज क्यों किया?’’
कांग्रेस पुलवामा हमले पर पहले ही सरकार को सहयोग करने की बात कह चुकी है.