ग्लोबलिस्ट का नहीं, राष्ट्रभक्तों का भविष्य: डोनल्ड ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र(यूएन) की आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भविष्य ग्लोबलिस्ट के बजाय राष्ट्रभक्तों का है. उन्होंने अमेरिकी व्यापारिक हितों की पैरवी करते हुए कहा कि सभी देश अपना हित चाहते हैं. उन्होंने तीसरी बार यूनएन आमसभा को संबोधित किया.
उन्होंने कहा, “भविष्य ग्लोबलिस्ट का नहीं है. भविष्य राष्ट्रभक्तों का है.”
उन्होंने कहा कि प्रारंभिक खाई नियंत्रण की चाहत रखने वाले और स्वशासन चाहने वाले देशों व लोगों के बीच है.
ट्रंप ने कहा कि अमेरिका सबसे बड़ी सैन्य ताकत के साथ सर्वाधिक शक्तिशाली देश है और आशा है कि अमेरिका कभी अपनी शक्ति का इस्तेमाल नहीं करेगा.
उन्होंने कहा कि ईरान में ऐसी सरकार की जरूरत है जो वहां के लोगों के लिए रोजगार और गरीबी को कम करने के लिए काम करे. उन्होंने कहा कि चार दशकों तक असफल रहने के बाद इस समय ईरान के नेताओं को दूसरे देशों को धमकाने के बजाय अपने देश के निर्माण पर ध्यान देना चाहिए.
उन्होंने कहा कि दोस्ती की इच्छा रखने वाले के लिए अमेरिका राजी है और वह कभी भी स्थायी शत्रुता नहीं चाहता है.
ट्रंप ने चीन पर व्यापार प्रतिबंध, जबरन माल भेजने और तकनीक के हस्तानांतरण का आरोप लगाया.
डोनल्ड ट्रंप ने आधे घंटे के भाषण में व्यापार असंतुलन, असंतुलित रक्षा खर्च, गैरकानूनी प्रवासन और समाजवाद का जिक्र किया.