फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति यॉक सिराक का निधन
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति यॉक सिराक का 86 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. वे यूरोपीय राजनीति में सबसे लंबे करियर रखने वाले नेताओं में से एक थे.
पिछले कई सालों से वे अल्जाइमर और कमजोर याददाशत से जूझ रहे थे. वे 1995 से लेकर 2007 तक फ्रांस के राष्ट्रपति रहे. वे दो बार राष्ट्रपति, दो बार प्रधानमंत्री और 18 साल तक पेरिस के मेयर रहे. उन्हें फ्रांस के एक जनप्रिय नेता के तौर पर याद किया जाता है.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सिराक को अमेरिका के नेतृत्व में 2003 में इराक पर हमले का विरोध करने के लिए जाना जाता है. फ्रांस में उनके इस विरोध को 90 प्रतिशक अप्रूवल रेटिंग मिली थी.
इराक पर हमले के एक हफ्ते पहले उन्होंने कहा, “युद्ध हमेशा अंतिम रास्ता है. यह विफलता का सबूत है. यह सभी उपायों में से सबसे बद्दतर उपाय है क्योंकि यह मौत और दुख को अपने साथ लाता है.” उन्होंने चेतावनी दी थी कि इराक पर किसी भी तरह का कब्जा दुस्वप्न साबित होगा.
राष्ट्रीय स्तर पर सिराक ने फ्रांस को उसके कड़वे इतिहास से अवगत कराया था. सिराक ने बताया कि दूसरे विश्व युद्ध के दौरान 76,000 यहूदी फ्रांस से नाजी मृत्यु कैंपों में भेजे गए. इसके लिए पूरा फ्रांस और खासकर फ्रांस की सरकार जिम्मेदार थी.
सिराक का 2011 में बहुत मजाक उड़ाया गया था. उन्हें सबसे बड़ा झूठा भी बुलाया गया. यह सब इसलिए क्योंकि वे फ्रांस के पहले ऐसे पूर्व राष्ट्रपित थे, जिन्हें भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषी पाया गया था.