एनआरसी लिस्ट मोदी सरकार की विफलता: ममता बनर्जी


mamta banerjee agrees to live coverage of her meeting with agitating doctors

 

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एनआरसी की फाइनल लिस्ट को असफल करार दिया है. उन्होंने कहा कि इससे उन सभी की सच्चाई सामने आ गई है जो इसके जरिए राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं.

ममता बनर्जी ने उन बंगाली लोगों के प्रति भी चिंता जताई है जिनका नाम एनआरसी की फाइनल लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है.

उन्होंने ट्वीट किया,”एनआरसी की विफलता ने उन सभी लोगों को उजागर कर दिया है जो इससे राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास कर रहे हैं. उन्हें देश को बहुत जवाब देने है.”

मुख्यमंत्री ने कहा,”ऐसा तब होता है जब कोई कार्य समाज की भलाई और देश के व्यापक हित के बजाय अपना मकसद पूरा करने के लिए किया जाता है.”

एनआरसी ने अपनी फाइनल लिस्ट 31 अगस्त को जारी की थी जिसमें से 19 लाख लोगों के नाम गायब हैं.

बनर्जी ने कहा, “मेरी हमदर्दी उन सभी, विशेषकर बड़ी संख्या में बांग्ला भाषी भाइयों और बहनों के साथ है, जो इस व्यर्थ की प्रक्रिया के कारण पीड़ित हुए हैं.”

एनआरसी के राज्य समन्वयक कार्यालय ने कहा असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) में शामिल होने के लिए 3,30,27,661 लोगों ने आवेदन किया था जिनमें से 3,11,21,004 लोगों को इसमें जगह दी गई. वहीं 19,06,657 लोग अब भी इससे बाहर हैं.

लिस्ट में जिन लोगों के नाम शामिल नहीं हैं उनके पास विदेशी न्यायाधिकरण में अपील करने के लिए 120 दिन का समय दिया गया है. साथ ही अगर व्यक्ति न्यायाधिकरण के फैसले से संतुष्ट नहीं है तो उसके पास उसका समाधान करने के लिए हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का भी विकल्प है.


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