देश का राजकोषीय घाटा लक्ष्य से 134 फीसदी तक बढ़ा
भारत की अर्थव्यवस्था लगातार कमजोर हुई है. भारत का राजकोषीय घाटा फरवरी तक वित्त वर्ष के लक्ष्य के 134 फीसदी तक पहुंच गया है.
अप्रैल से फरवरी की तिमाही में राजकोषीय घाटा 8.5 ट्रिलियन रुपया हो गया है जो कि पहले से तय लक्ष्य का 134.2 फीसदी है.
पहले राजकोषीय घाटा को 3.3 फीसदी तक लाने का निर्णय लिया गया था. जिसे बाद में बढ़ाकर 3.4 फीसदी कर दिया गया था.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर से दिसंबर के बीच आयात में तेजी आई है और देश में डॉलर का भंडारण घटा है. इससे चालू खाता घाटा के बढ़ने के साथ भुगतान संतुलन खराब स्तर पर पहुंच गया है.
आरबीआई की ओर से जारी डाटा के मुताबिक दिसंबर महीने में चालू खाता घाटा 16.9 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है. दिसंबर तिमाही में यह जीडीपी का 2.5 फीसदी रहा है. पिछले साल यह 13.7 बिलियन डॉलर यानि कि 2.1 फीसदी था.