अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता के लिए राजी, अब और चीनी वस्तुओं पर शुल्क नहीं लगाएगा अमेरिका
जापान में जी-20 सम्मेलन से इतर अमेरिका और चीन के बीच हुई बातचीत सफल बताई जा रही है. ओसाका में हुई बैठक के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने कहा है कि बातचीत उम्मीद से कहीं बेहतर रही. उधर चीन की ओर से भी कहा गया है कि अमेरिका चीनी वस्तुओं पर अब और शुल्क ना लगाने के लिए राजी हो गया है.
दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के शीर्ष नेताओं के बीच बंद दरवाजे में हुई ये बैठक करीब 80 मिनट तक चली. ये निर्धारित समय से 10 मिनट पहले खत्म हो गई.
बैठक के बाद ट्रंप ने अपने बयान में कहा, “ये बहुत अच्छी रही, उम्मीद से कहीं बेहतर.” ज्यादा कुछ बताए बगैर उन्होंने कहा कि हम ट्रैक पर लौट आए हैं.
उधर शिन्हुआ ने भी इसी तरह की खबरें छापी हैं, खबरों के मुताबिक दोनों नेता व्यापार वार्ता फिर से शुरू करने के लिए राजी हो गए हैं. साथ ही अमेरिका ने कहा है कि वो अब और चीनी वस्तुओं पर शुल्क नहीं लगाएगा.
जी-20 सम्मेलन से इतर हुई इस बैठक का परिणाम पूरी दुनिया के बाजारों को सीधे तौर पर प्रभावित करेगा, साथ ही आने वाले कुछ महीनों में इसका असर वैश्विक विकास दर पर भी देखा जा सकेगा.
साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट के मुताबिक शी जिनपिंग ने अपने भाषण की शुरुआत ‘पिंग-पांग कूटनीति’ से की. इसकी शुरुआत 1971 में जापान के ही नगोया में विश्व टेबल टेनिस प्रतियोगिता के दौरान हुई थी. इसकी वजह से चीन और अमेरिका के रिश्तों में मधुरता आई थी.
अखबार के मुताबिक शी ने कहा, “आपसी सहयोग से चीन और अमेरिका दोनों को फायदा होगा, वहीं तनाव से दोनों को नुकसान होगा. संघर्ष से अच्छा सहयोग है, और बातचीत टकराव से बेहतर है.”
खबरों के मुताबिक शी ने कहा कि उन्होंने ट्रंप के साथ कुछ मूल मुद्दों पर बातचीत की. वहीं ट्रंप ने कहा कि मैंने और शी ने बहुत समय एक साथ गुजारा है और हम मित्र बन चुके हैं.
इससे पहले बैठक शुरु होने से पूर्व ही ट्रंप ने कहा था कि ये बैठक काफी नतीजे देने वाली हो सकती है. इस दौरान ट्रंप ने कहा था, “मुझे लगता है कि हम कुछ ऐसा करने जा रहे हैं, जो दोनों देशों के लिए बेहतर होगा, और इसलिए मैं इसको लेकर काफी उत्साहित हूं.”