हांगकांग: डेमोसिस्टो पार्टी ने कहा, गिरफ्तारी करके डर का माहौल बनाना चाहती है सरकार
डेमोसिस्टो पार्टी के कार्यकर्ता जोशुआ वांग और इंगेज चाउ की गिरफ्तारी पर पार्टी ने कहा कि गिरफ्तारी करके सरकार डर का माहौल बनाना चाहती है.
पार्टी के उपाध्य आइसेक चैंग ने कहा कि ‘उन्हें लगता है कि उन्होंने आंदोलन को आगे बढ़ा रहे नेताओं को गिरफ्तार किया है. वो यही छवि बनाना चहाते हैं. पर उन्हें नहीं पता कि ऐसा करके वो ये बता रहे हैं कि इस आंदोलन को लोग आगे बढ़ा रहे हैं.’
उन्होंने कहा, ‘वो तथाकथित ‘नेताओं’ को गिरफ्तार करके लोगों में डर का माहौल बनाना चाहते हैं. वो लोगों को संदेश दे रहे हैं कि अगली गिरफ्तारी आपकी हो सकती है.’
चैंग ने कहा, ‘अब संवाद की जगह नहीं रह गई है. उन्होंने अब तक हमारी पांच मांगों को नहीं माना है और वो लगातार हिंसा का इस्तेमाल कर रहे हैं.’
कई जानकारों का कहना है कि पुलिस कार्रवाई में आई तेजी और प्रदर्शनकारियों की बढ़ती गिरफ्तारी का अर्थ है कि सरकार अब अपना संयम खो रही है और वो प्रदर्शन को कमजोर करना चाहती है.
आज हांगकांग में प्रमुख लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता जोशुआ वांग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. वांग को ऐसे समय में गिरफ्तार किया गया है जब एक दिन बाद ही शहर में पार्टी की रैली करने की योजना थी जिस पर पुलिस से प्रतिबंध लगा दिया है.
डेमोसिस्टो पार्टी की एक अन्य महिला सदस्य इंगेज चाउ को भी शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा सरकार विरोधी एंडी चैन को पुलिस ने गुरुवार को हांगकांग अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार कर लिया.
चैन डेमोसिस्टो पार्टी के सदस्य नहीं हैं. पुलिस ने जानकारी दी कि उन पर ‘दंगे भड़काने’ और ‘पुलिस पर हमला करने’ का आरोप लगाया गया है.
डेमोसिस्टो ने ट्वीट किया, ‘हमारे महासचिव जोशुआ वांग को आज सुबह करीब साढ़े सात बजे गिरफ्तार कर लिया गया. उन्हें दिन दहाड़े सड़क से जबरन एक मिनी वैन में बैठाया गया. हमारे वकील अब इस मामले को देख रहे हैं.’
हांगकांग में पिछले तीन महीनों से राजनीतिक अशांति का माहौल है. यहां व्यापक और शांतिपूर्ण प्रदर्शनों को हिंसा का प्रयोग करके रोका गया, जिसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पे तेज हो गईं.
सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए इस सप्ताहांत जन रैली करने की अनुमति नहीं दी गई है. इसके बाद से पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच एक बार फिर झड़प होने की आशंका पैदा हो गई है क्योंकि प्रदर्शनकारी इस प्रतिबंध के विरोध में सामने आ सकते हैं.
इन प्रदर्शनों की शुरुआत उस समय हुई थी जब शहर की बीजिंग समर्थित सरकार ने चीन में प्रत्यर्पण की अनुमति देने संबंधी एक विधेयक पारित करने की कोशिश की थी, लेकिन बाद में इन प्रदर्शनों का मकसद व्यापक हो गया.
हांगकांग में अब लोकतंत्र और पुलिस पर बर्बरता के आरोपों की जांच कराए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं.
इन प्रदर्शनों में जून से अब तक 850 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.