इमरान खान ने कश्मीर को लेकर सरकार के फैसलों को नाजीवाद से प्रेरित बताया
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने जम्मू कश्मीर को लेकर बीजेपी नीत केन्द्र सरकार के फैसलों को नाजीवाद से प्रेरित बताया है. उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘मुझे डर है कि यह आर्य श्रेष्ठता की तरह हिन्दू श्रेष्ठता की आरएसएस की विचारधारा सिर्फ आइओके (भारत अधिकृत कश्मीर) तक ही सीमित नहीं रहने वाली है, यह भारत में मुस्लिमों को दबाने की ओर बढ़ेगा और इनका अंतिम लक्ष्य पाकिस्तान होगा.
इमरान खान ने ट्वीट किया कि आइओके में कर्फ्यू, कड़े कानून और सामूहिक हत्या की स्थिति नाजीवाद से प्रेरित आरएसएस की विचारधारा के जैसी है. नस्लीय नरसंहार के माध्यम से कश्मीर की जनसंख्या के समीकरण को बदलने का प्रयास है.
उन्होंने ट्वीट में सवाल पूछा है कि क्या दुनिया देखेगी और चुप रहेगी?
जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को औपचारिक तौर पर समाप्त कर दिया है.
स्थानीय अखबार ‘डॉन’ के अनुसार, ‘पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की 10 अगस्त को हुई बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति तथा संसद के संयुक्त सत्र में लिए गए निर्णयों को मंजूरी दी गई. इन निर्णयों में भारत के साथ व्यपारिक संबंधों को समाप्त करना भी शामिल है.’
दोनों देशों के व्यापारिक संबंध पहले से ही तनावपूर्ण थे. भारत ने पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान से आने वाले सामान पर 200 प्रतिशत सीमाशुल्क लगा दिया था.
पाकिस्तान से भारत का आयात इस साल मार्च में 92 प्रतिशत कम होकर 28.40 लाख डॉलर पर आ गया था.
खबर के अनुसार, मंत्रिमंडल की बैठक के बाद भारत के साथ व्यापारिक संबंध तत्काल प्रभाव से समाप्त करने को लेकर दो अधिसूचनाएं जारी की गईं.
एक अधिसूचना के जरिए भारत को किया जाने वाला सारा निर्यात बंद किया. दूसरी अधिसूचना से भारत से किया जाने वाला आयात बंद किया गया.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बोरिस जॉनसन से फोन पर बात कर ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने पर उन्हें बधाई दी और कश्मीर के मुद्दे व भारत द्वारा राज्य के विशेष दर्जे को हटाए जाने के फैसले के बाद उपजे तनाव पर उनसे बात की.
पाकिस्तान विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने आठ अगस्त को कहा कि भारत यदि कश्मीर पर अपने कदमों पर पुनर्विचार को राजी हो जाता है तो इस्लामाबाद उसके खिलाफ राजनयिक संबंधों को कमतर करने सहित अपने निर्णयों की समीक्षा करने को तैयार है.
कुरैशी की यह टिप्पणी जम्मू कश्मीर पर भारत के फैसले के बाद पाकिस्तान द्वारा भारतीय उच्चायुक्त को निष्कासित किए जाने के एक दिन बाद आई है.