‘कश्मीर में प्रताड़ना’ के केस में अमेरिकी कोर्ट से मोदी को समन


pm highlighted the importance of greater discussion and awareness on population explosion

 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर अमेरिका की ह्यूस्टन फेडरल जिला अदालत में पांच अगस्त से कश्मीर में जारी प्रताड़ना, एक्स्ट्रा ज्यूडिशियल किलिंग और मानवता के विरुद्ध अपराध के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है.

द टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक आरोप लगाने वाले दो व्यक्तियों ने अपना नाम जहिर नहीं किया है. दोनों कश्मीर से हैं और अमेरिका में रहते हैं.

पांच अगस्त को संविधान के अनुच्छेद 370 में संशोधन कर जम्मू कश्मीर को मिले विशेष राज्य के दर्जे को खत्म कर दिया गया था.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ह्यूस्टन के एनआरजी स्टेडियम में हाउडी मोदी कार्यक्रम को संबोधित करने वाले हैं.

कश्मीर खालिस्तान रेफेरेंडम फ्रंट के प्रवक्ता गुरपटवंत पानन के मुताबिक इनमें एक व्यक्ति का कहना है कि पीएम मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आदेश और लेफ्टिनेंट जनरल केएस ढिल्लन के द्वारा कश्मीर में लागू किए गए नाकेबंदी का उनकी बहन की मौत से सीधा संबंध है. जबकि एक अन्य व्यक्ति ने कश्मीर में अपने पिता के अपहरण का आरोप लगाया है.

कश्मीर खालिस्तान रेफेरेंडम फ्रंट के तहत कश्मीरी अलगावदियों और खालिस्तानी कार्यकर्ताओं ने हाल ही में हाथ मिलाया है.

पानन सिख फॉर जस्टिस(एसएफजे) के लिए सक्रिय रहे हैं. इस संस्था को भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया है.

अदालत में यह मामला टॉर्चर विक्टिम प्रोटेक्शन एक्ट(टीवीपीए) के तहत दर्ज किया गया है. 19 सितंबर को इस मामले में कोर्ट ने समन जारी किया है.


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