आर्थिक मुआवजे के लिए पुलवामा शहीद की पत्नी पर शादी का दबाव
शहीद सीआरपीएफ कॉन्स्टेबल एच गुरू (Twitter)
पुलवामा हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ कॉन्स्टेबल एच गुरू के घर में आर्थिक मदद को लेकर दरारें बढ़ती जा रही हैं. कर्नाटक में मांड्या स्थित उनके घर में 25 वर्षीय पत्नी कलावती अर्थिक मदद पर शुरू हुई पारिवारिक कलह से परेशान होकर इस मामले में पुलिस की मदद लेने को मजबूर हो गई हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, कलावती 27 फरवरी को मदद के लिए मांड्या पुलिस स्टेशन पहुंची. जहां उन्होंने अपनी सारी परेशानी अधिकारियों को बताई.
पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, कॉन्स्टेबल गुरू के परिवार वाले उनकी पत्नी कलावती पर देवर से शादी करने के लिए जोर डाल रहे हैं. अधिकारियों ने बताया गुरू का छोटा भाई कलावती का हमउम्र है. परिवार वाले चाहते हैं कि वो दोनों शादी कर लें और शहीद बेटे को मिलने वाला सभी मुआवजा उनके घर में ही रहे.
इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की है और ना ही किसी तरह की आधिकारिक जांच फिलहाल की जा रही है. पुलिस ने बताया कि उन्होंने कलावती को समझाया है कि वो संयम रखें.
पुलवामा हमले के बाद बड़ी संख्या में लोग शहीदों के परिवार की मदद के लिए आगे आए हैं. शहीद गुरू के परिवार को संगठन और राज्य सरकारों से मिल रही मदद के साथ बाहरी मदद से भी काफी सहारा मिला है.
पुलिस ने परिवारवालों को इस संबंध में समझाते हुए चेतावनी दी है कि अगर वह समय रहते ये मामला नहीं सुलाझाएंगे तो उन्हें समाज में उन्हें गंभीर स्थितियों का सामना करना पड़ेगा.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि “ये एक संवेदनशील और पारिवारिक मामला है. अगर इसमें कानून का उल्लंघन होता है, तो हम आगे की कार्रवाई जरूर करेंगे.”
आर्थिक मदद के अलावा राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कलावती को सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया है. शहीद गुरू के परिवार वालों से मिलने पहुंचे मुख्यमंत्री के बेटे निखिल ने भी परिवार को सरकारी नौकरी का आश्वासन दिया है. निखिल ने बताया कि कलावती को जल्द से जल्द नौकरी दिलाने के लिए उन्होंने राज्य परिवहन मंत्री डीसी थम्माना से बात की है.