कप्तान विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय टीम एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में तीसरे टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में दक्षिण अफ्रीका को पस्त कर श्रृंखला 2-0 से जीतने के इरादे से मैदान पर उतरेगी.
धर्मशाला में पहला मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था और दूसरे मैच में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन व कोहली की बेहतरीन पारी से भारत ने सात विकेट से जीत हासिल कर 1-0 से बढ़त बनाए हुए है.
कोहली के चिर परिचित उत्साही और प्रेरणादायी बातों ने ऋषभ पंत को लेकर चल रही चर्चाओं को बंद कर दिया जो पिछले मैच में कुछ नहीं कर सके और बल्लेबाजी में उनका जूझना जारी है लेकिन उनके प्रदर्शन पर निगाहें लगी होंगी.
दक्षिण अफ्रीका की टीम में काफी नए खिलाड़ी मौजूद हैं जो पिछले मैच में घरेलू टीम के खिलाड़ियों को रोकने में असमर्थ रहे.
मोहाली में दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों के पास कोहली की बल्लेबाजी का भी कोई जवाब नहीं था और अब यह अंतिम मैच ऐसे मैदान पर हो रहा है जिससे भारतीय कप्तान भली भांति वाकिफ हैं और वह यहां एक और बेहतरीन पारी खेलना चाहेंगे.
कोहली से पहले उप कप्तान रोहित शर्मा और शिखर धवन को कागिसो रबाडा की अगुआई वाले तेज गेंदबाजी आक्रमण का सामना करना होगा और ये दोनों सलामी बल्लेबाज मैदान के आकार का पूरा फायदा उठाने की कोशिश करेंगे. रोहित मोहाली में शुरूआत का फायदा नहीं उठा सके तो वह इस मौके को हाथ से निकलने नहीं देना चाहेंगे.
पंत भी अपने आलोचकों को चुप करने की उम्मीद लगाए होंगे जबकि मध्यक्रम में भारत के पास प्रतिभाशाली श्रेयस अय्यर के बाद हार्दिक पंड्या और रविंद्र जडेजा मौजूद हैं.
भारतीय टीम प्रबंधन हालांकि इस बात से संतुष्ट है कि तेज गेंदबाज जैसे दीपक चाहर और नवदीप सैनी ने नियमित जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार की अनुपस्थिति में अच्छा प्रदर्शन किया. इन्हें भले ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वर्षों का अनुभव नहीं हो लेकिन वाशिंगटन सुंदर, चाहर और सैनी ने दिखा दिया कि वे दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों को चुनौती दे सकते हैं.
दक्षिण अफ्रीका के नए कप्तान क्विंटन डि कॉक को फिर से बल्ले से जिम्मेदारी उठानी होगी और वे डेविड मिलर और रीजा हेंड्रिक्स से सहयोग की उम्मीद लगाए होंगे.