सिंगल यूज प्लास्टिक बैन की योजना को सरकार ने ठंडे बस्ते में डाला
सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक लगाने के फैसले को फिलहाल सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है.
अधिकारियों ने कहा कि ‘आर्थिक सुस्ती और नौकरियों की कमी के बीच ये फैसला इंडस्ट्री को काफी हद तक प्रभावित करेगा.’
इससे पहले महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर योजना थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैंपेन के तहत छह तरह के प्लास्टिक के सामान को गैर कानूनी श्रेणी में डालने वाले थे.
अधिकारियों ने साफ किया कि प्लास्टिक बैग, कप, प्लेट, छोटी बोतल, स्ट्रॉ और कुछ तरह के सैशे पर तत्काल रूप से प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा, बल्कि सरकार इनके इस्तेमाल को खत्म करने की कोशिश करेगी.
जानकारी के मुताबिक फिलहाल सरकार मौजूदा नियमों के तहत राज्यों से कुछ सिंगल यूज प्लास्टिक (पोलिथीन बैग और styrofoam) को रखने, निर्माण करने और इस्तेमाल करने पर रोक लगाने की मांग करेगी.
पर्यावरण मंत्रालय में उच्च अधिकारी चंद्र किशोर मिश्रा ने कहा कि ‘बैन का कोई नया आदेश नहीं दिया जाएगा.’
देश भर में बैन के सरकार के प्रस्ताव से कंज्यूमर फर्म खासा नाखुश थीं, जो बिस्कुट से लेकर सोडा की पैकिंग में प्लास्टिक का इस्तेमाल करती हैं.
कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री ने कहा कि सरकार के इस कदम से सैकड़ों कंपनियों के सामने अस्तित्व का संकट खड़ा हो गया क्योंकि उनके पास कोई अन्य विकल्प मौजूद नहीं हैं.