‘जुमला बेल्स, जुमला बेल्स, जुमला ऑल द वे’… क्रिसमस पर कांग्रेस का बीजेपी पर तंज
क्रिसमस के मौके पर कांग्रेस ने बीजेपी पर रचनात्मक तरीके से निशाना साधा है. कांग्रेस ने ट्वीट करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और स्मृति ईरानी पर क्रिसमस पर उनकी सेंटा क्लॉज से दरख्वास्त को लेकर तंज कसा है.
इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी के लिए नए तरह का ‘क्रिसमस गीत’… ‘जुमला बेल्स, जुमला बेल्स… जुमला ऑल द वे’ भी प्रस्तुत किया है.
ट्वीट में नरेंद्र मोदी, अमित शाह, निर्मला सीतारमण और स्मृति ईरानी के कार्टूनों की कोलॉज तस्वीर पेश की गई है. प्रत्येक कार्टून की अलग-अलग इच्छाओं को तस्वीर में दर्शाया गया है.
अमित शाह का कार्टून कह रहा है, ‘मैं क्रिसमस पर बस इतना चाहता हूं कि मैं जो कहूं वो मोदी जी कर दें.’ यह तंज अमित शाह के एनआरसी पर दिए गए भाषणों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसी भी देशव्यापी एनआरसी की बात को खारिज करने को लेकर कसा गया है.
22 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि उनकी पार्टी ने कभी भी किसी देशव्यापी एनआरसी की चर्चा नहीं की. हालांकि, इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा सार्वजनिक तौर पर कई बार इसका जिक्र कर चुके थे.
21 नवंबर को एक प्रश्न का उत्तर देते हुए अमित शाह ने राज्यसभा में कहा था कि पूरे देश में एनआरसी की प्रक्रिया की जाएगी.
कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट में नरेंद्र मोदी के कार्टून को यह कहते हुए दिखाया है, ‘क्रिसमस पर मुझे बस नेहरू जी कि स्वीकृति चाहिए.’ इस तंज को नरेंद्र मोदी के उन भाषणों के ऊपर देखा जा रहा है, जिनमें वे देश की हर समस्या के लिए पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को जिम्मेदार ठहरा देते हैं.
वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कार्टून की क्रिसमस इच्छा ये है कि उन्हें बजट को लेकर सहायता चाहिए. इस तंज का सीधा मतलब देश की खराब आर्थिक हालत से जुड़ा है. कॉर्पोरेट टैक्स माफ कर देने से सरकार के ऊपर वित्तीय घाटे का भी खतरा मंडरा है.
स्मृति ईरानी का कार्टून अपने लिए डिग्री मांग रहा है, ताकि उसको दिखाकर वो एनआरसी के दौरान अपनी नागरिकता ना खोए. स्मृति ईरानी अपनी शैक्षणिक डिग्रियों को लेकर विवाद में रही हैं.