महाराष्ट्र एसीबी ने सिंचाई घोटाले के मामले बंद किए, अजित पवार से जुड़े मामले होने से इंकार


ajit pawar resigned from dcm post

 

महाराष्ट्र के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बताया कि उसने राज्य की नौ सिंचाई परियोजनाओं में कथित अनियमितताओं की जांच बंद कर दी है. एजेंसी ने इसके साथ ही स्पष्ट किया कि ये मामले उप मुख्यमंत्री अजित पवार से जुड़े हुए नहीं हैं.

हालांकि इससे पहले विपक्षी दल ने कांग्रेस ने यह आरोप लगाया था कि बीजेपी की मदद करने की वजह से अजित पवार को ‘दोषमुक्त’ कर दिया गया है.

स्थानीय समाचार पोर्टल कट्टा न्यूज ने हालांकि बीजेपी के प्रवक्ता अवधूत वाघ के अजित पवार को ‘आरोप मुक्त’ होने के लिए बधाई देने वाले ट्विट को प्रकाशित कर सवाल खड़े किए हैं.

एसीबी ने इन आरोपों के मद्देनजर सफाई दी है.

एसीबी के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 2013 में हुए सिंचाई घोटाले से जुड़े ऐसे किसी भी मामले को बंद नहीं किया गया है जिनमें कथित तौर पर अजित पवार का नाम है.

अधिकारी ने कहा कि मामले को सशर्त बंद किया गया है. इसका अभिप्राय है कि राज्य सरकार या अदालत दोबारा मामलों को खोल सकती है.

उन्होंने कहा, ‘अहम सिंचाई से जुड़े करीब 3,000 ठेकों की जांच कर रहे हैं, जिन मामलों को बंद किया गया है वे नियमित जांच थी और बाकी सभी मामलों की पहले की तरह जांच चल रही है.’

इस मामले पर महाराष्ट्र की बीजेपी-अजित पवार सरकार पर तंज कसते हुए कांग्रेस ने कहा कि ‘जनहित’ में केवल एक फैसला लिया गया है, वह है भ्रष्टाचार और अपराध के सभी मामलों को बंद कर दिया जाए.


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