केवल 13 प्रतिशत नियोक्ता ही जुलाई-सितंबर तिमाही में दे सकते हैं नौकरी


worst unemployment rate raises tension in domestic loans

 

देश का रोजगार क्षेत्र बाजार बदलाव से गुजर रहा है. एक सर्वे के अनुसार मात्र 13 प्रतिशत नियोक्ताओं की ही अगले तीन महीनों में नए लोगों को भर्ती करने की संभावना है, जबकि 61 प्रतिशत नियोक्ता इस दौरान अपने कार्यबल में विस्तार की संभावना नहीं देख रहे हैं.

मैनपॉवरग्रुप के रोजगार परिदृश्य सर्वेक्षण के अनुसार आने वाली तिमाही में 13 प्रतिशत नियोक्ताओं के अपने कार्यबल को बढ़ाने और 61 प्रतिशत के उसमें कोई बदलाव नहीं करने की उम्मीद है. वहीं 26 प्रतिशत नियोक्ता लोगों को नौकरी पर रखने या नहीं रखने को लेकर अनिश्चित हैं.

यदि इस स्थिति की तुलना 2018 की जुलाई-सितंबर तिमाही से की जाए तो यह नौकरी पर रखे जाने की उम्मीद में चार प्रतिशत की गिरावट को दिखाता है.

मैनपावरग्रुप इंडिया में सहायक विपणन निदेशक सिंथिया गोखले ने कहा, “मैनपावरग्रुप के सर्वेक्षण के अनुसार कुल मिलाकर भारत के रोजगार बाजार में निरंतरता दिखती है. हालांकि यह बदलाव के दौर से गुजर रहा है जिसकी वजह से रोजगार की रफ्तार धीमी है.”

रोजगार बाजार में क्षेत्रवार सेवा क्षेत्र के तीसरी तिमाही में बढ़त बनाने की उम्मीद है. सेवा क्षेत्र में रोजगार परिदृश्य 16 प्रतिशत रहने और उसके बाद खनन एवं निर्माण, थोक एवं खुदरा व्यापार और विनिर्माण क्षेत्र के 11 प्रतिशत रहने की उम्मीद है.


Big News