‘दोस्त’ चिंपांजी की मौत पर प्रियंका गांधी ने जताया शोक
Better India
भारत की सबसे उम्रदराज चिंपांजी ‘रीता’ की मौत पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उसे ‘दोस्त’ बताते हुए शोक जताया है. एक अक्टूबर को 59 साल की रीता की मौत उम्र संबंधी बीमारी की वजह हो गई.
रीता का जन्म साल 1960 में एमस्टरडम में हुआ था. उसे 1964 में दिल्ली के राष्ट्रीय प्राणी उद्यान में लाया गया था.
आधिकारिक बयान के मुताबिक, “हमारे बेहतरीन प्रयासों और सबसे बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के बावजूद खास प्राणी की मौत एक अक्टूबर 2019 की दोपहर 12.15 बजे हो गई.”
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, “जब मैं छोटी बच्ची थी, मेरे पिता ने मुझे एक शेर उपहार में दी थी जो चिड़ियाघर को उपहार में दिए जाने से पहले कुछ समय के लिए हमारे घर में रहा था. मैं अक्सर शेर को देखने के लिए चिड़ियाघर जाया करती थी जहां मेरी दोस्ती रीता से हो गई.”
उन्होंने अपने ‘पुराने दोस्त’ को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि वह सबसे विनीत, सबसे खूबसूरत और मेधावी जीव थी.
यह खास चिंपांजी 27 जुलाई से फलों के रस, दूध और पानी पर जीवित थी.
पोस्टमार्टम में मौत की वजह ‘कई अंगों के काम करने से बंद’ होना बताया गया है.आगे की जांच के लिए अंगों के सैंपल भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान में भेजा गया है.
साल 2015 में रीता के नर पार्टनर मोनी की मौत हो गई थी. जिसके बाद रीता अकेली हो गई थी.
रीता का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है. आमतौर पर चिंपांजी की उम्र 40 से 50 साल होती है.
29 सितंबर को सबसे उम्रदराज चिंपांज़ी ‘रीता’ को देखने के लिए आगंतुकों के लिए उसके बाड़े के बाहर एक टीवी स्क्रीन लगाई गई थी. दरअसल एक महिला ने चिंपांजी के इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी.
खुद को पशु अधिकार कार्यकर्ता होने का दावा करने वाली उक्त महिला ने आरोप लगाया था कि चिडियाघर प्रशासन चिंपांजी का उचित उपचार नहीं करा रहा है. महिला ने इसको लेकर दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया था.