घुटने पर झुक कर विरोध जताने वाले अमेरिकी एथलीट पर लग सकता है प्रतिबंध
Fox Business
यूनाइटेड स्टेट्स ओलंपिक एंड पैरालंपिक कमेटी के अनुसार पैन एम्स गेम्स में पदक समारोह के दौरान अपने घुटने पर झुक कर विरोध जताने वाले खिलाड़ी रेस इंबोडेन पर प्रतिबंध लग सकता है. तलवारबाजी करने वाले खिलाड़ी रेस इंबोडेन ने इन खेलों में स्वर्ण पदक जीता था और पदक समारोह में जब अमेरिकी झंडा फहराया जा रहा था तब राजनीतिक प्रतिरोध के तहत वे अपने एक घुटने पर झुक गए थे.
इंबोडेन ने ट्वीट करते हुए कहा था, “परिवर्तन के लिए अब हमें आगे आना होगा. इस सप्ताह मैं पैन गेम्स में उस अमेरिकी टीम का हिस्सा होने पर गर्व महसूस कर रहा हूं, जिसने स्वर्ण और कांस्य पदक जीता.”
उन्होंने आगे कहा, “हालांकि, जो देश मेरे दिल के सबसे करीब है और जिसके ऊपर मैं गर्व करता हूं, वो गर्व हाल की कुछ घटनाओं की वजह से कम हुआ है. नस्लवाद, बंदूक नियंत्रण, प्रवासियों से बदसलूकी और एक ऐसा राष्ट्रपति जो घृणा फैलाता है, मेरी सूची में शीर्ष पर हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने इन मुद्दों पर लोगों का ध्यान खींचने के लिए पदक समारोह के दौरान ऐसा किया. मैं दूसरे लोगों को इस बात के लिए प्रोत्साहित करता हूं कि वे अपने-अपने प्लेटफॉर्म्स का प्रयोग सशक्तिकरण और परिवर्तन लाने के लिए करें.”
इससे पहले मिश्र में विश्व कप के एक इवेंट में राष्ट्रगान के दौरान भी इंबोडेन अपने एक घुटने पर झुक कर राजनीतिक विरोध का प्रदर्शन कर चुके हैं.
एक और अमेरिकी एथलीट ग्वेन बेरी ने भी इन खेलों में 10 अगस्त को स्वर्ण पदक जीतने के बाद राष्ट्रगान के दौरान अपनी मुट्ठी ऊपर उठाकर इसी तरह का विरोध किया.
बेरी ने कहा, “मुझे अपने देश का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व है. मैं अपने देश से प्यार करती हूं. मेरा देश दुनिया का सबसे अच्छा देश है. हालांकि, आज हम जिस चीज के साथ खड़े हैं, वो है अधिक से अधिक न्याय.”
अमेरिकी एथलीटों ने उस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें खेलों के दौरान उनकी तरफ से किसी भी तरह के राजनीतिक, नस्लवादी और धार्मिक संकेत देने की मनाही है.
यूनाइटेड स्टेट्स ओलंपिक एंड पैरालंपिक कमेटी के प्रवक्ता मार्क जोन्स ने कहा, “सभी एथलीट जो 2019 पैन अमेरिकी खेलों का हिस्सा हैं, उन्हें किसी भी तरह के राजनीतिक संकेत ना देने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “इस मामले में रेस इंबोडेन ने हमारी प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन किया है. हम रेस की अभिव्यक्ति की आजादी का सम्मान करते हैं लेकिन रेस ने अपनी प्रतिबद्धता तोड़कर हमें निराश किया है.”
उन्होंन यही बात ग्वेन बेरी के मामले में भी कही.
अमेरिकी खिलाड़ियों के बीच इस तरह से विरोध जताने की परंपरा तब से पड़ी है, जब पहली बार सैन फ्रैंसिस्को के एक एथलीट कोलिन केपरनिक ने 2016 में निहत्थे अफ्रीकी-अमेरिकी लोगों को पुलिस द्वारा मारे जाने के खिलाफ विरोध किया था.