श्रीलंका : राष्ट्रपति पद के चुनाव में प्रेमदास ने राजपक्षे से हार स्वीकार की
श्रीलंका की सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवार सजीत प्रेमदास ने देश में राष्ट्रपति पद के चुनाव में अपनी हार स्वीकार कर ली और अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी एवं पूर्व रक्षा सचिव गोटबाया राजपक्षे को बधाई दी है.
प्रेमदास ने कहा, ”लोगों के निर्णय का सम्मान करना और श्रीलंका के सातवें राष्ट्रपति के तौर पर चुने जाने के लिए गोटबाया राजपक्षे को बधाई देना मेरे लिए सौभाग्य की बात है.”
प्रेमदास के बयान से पूर्व राजपक्षे के प्रवक्ता ने चुनाव परिणाम की आधिकारिक घोषणा से पहले दावा किया कि 70 वर्षीय सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल ने शनिवार को हुए चुनाव में जीत दर्ज की.
16 नवंबर को राष्ट्रपति के चुनाव के लिए वोट डाले गए थे. श्रीलंका में राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना के उत्तराधिकारी को चुनने के लिए मतदान कुल मिला कर शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया.
श्रीलंका में राष्ट्रपति पद के लिए हुए मतदान से कुछ घंटे पहले उत्तर पश्चिम श्रीलंका में अल्पसंख्यक मुस्लिम मतदाताओं को ले जा रही बसों के एक काफिले पर कुछ बंदूकधारियों ने हमला किया.
यह चुनाव ईस्टर संडे बम विस्फोट के बाद सुरक्षा चुनौतियों और बढ़ते राजनीतिक ध्रुवीकरण से जूझ रहे श्रीलंका का भविष्य तय करेगा.
देशभर में मतदान के लिए 1.59 करोड़ मतदाताओं के लिए 12,845 मतदान केन्द्र बनाये गए थे. मतदान स्थानीय समयानुसार सुबह सात बजे शुरू हुआ था जो शाम पांच बजे तक चला. मतदान प्रतिशत के वास्तविक आंकड़े की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
मतदान संपन्न होने के बाद प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने पत्रकारों से कहा, ”हमने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित की है. यह एक ऐसी उपलब्धि है जिससे हम सभी खुश हो सकते हैं.”
देश के शीर्ष पद के लिए हो रहे इस चुनाव में रिकॉर्ड 35 उम्मीदवार मैदान में है. चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवार और आवास मंत्री सजीथ प्रेमदासा (52) और विपक्ष के नेता गोटाबाया राजपक्षे (70) के बीच कड़ा मुकाबला है. नेशनल पीपुल्स पॉवर (एनपीपी) गठबंधन से अनुरा कुमारा दिसानायके भी एक मजबूत उम्मीदवार हैं.
वर्ष 2015 में राष्ट्रपति चुने गए सिरिसेना इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं.
उन्होंने बताया कि कानून के उल्लंघन के लिए 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. कुल मिलाकर मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ.
चुनावी हिंसा निगरानी केन्द्र (सीएमईवी) ने बताया कि अज्ञात बंदूकधारियों ने उत्तर पश्चिम पुट्टलम जिले से मुस्लिम मतदाताओं को लेकर जा रही बसों पर हमला किया. इसमें किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है.
यूरोपीय संघ के चुनाव पर्यवेक्षक राष्ट्रपति चुनाव से जुड़ी घटनाओं की जानकारी जुटा रहे हैं.
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