ट्रांस गंगा सिटी प्रोजेक्ट : हिंसक हुआ किसानों का प्रदर्शन, आगजनी और गोलीबारी के बाद पांच गिरफ्तार
उन्नाव में किसानों का चल रहा प्रदर्शन हिंसक हो गया है. उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) के गोदाम में आग लगा दी गई जिससे लाखों रुपये मूल्य के प्लास्टिक पाइप जलकर नष्ट हो गए. पुलिस ने ग्रामीणों की ओर से गोली चलाने और पत्थरबाजी करने का आरोप लगाया है.
किसान कानपुर के निकट प्रस्तावित आवासीय परियोजना ट्रांस गंगा सिटी के लिए अधिग्रहित की गई जमीन के लिए बेहतर मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
किसानों ने उन्नाव के पावर सब स्टेशन के सामने रखे पाइप और क्रसर प्लांट की गाड़ी में आग लगा दी.
अपर जिलाधिकारी राकेश सिंह ने बताया कि मुआवजे को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों के बीच मौजूद कुछ अराजक तत्वों ने ट्रांस गंगा सिटी का निर्माण करा रहे यूपीसीडा के गोदाम और मिक्सर वाहन में आग लगा दी। गोदाम में रखे प्लॉस्टिक पाइप के जलने के कारण आग ने विकराल रूप ले लिया और काफी ऊंचाई तक धुएं का गुबार उठने से गांव में दहशत फैल गई.
उन्होंने बताया कि दमकल कर्मियों ने करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। आगजनी से कोई हताहत नहीं हुआ है. घटना को अंजाम देने वालों की तलाश की जा रही है.
16 नवंबर को किसानों ने यूपी राज्य औद्योगिक विकास कॉरपोरेशन(यूपीएसआईडीसी) पर अधिग्रहित जमीन के लिए पर्याप्त मुआवजा नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया था.
जिलाधिकारी ने कहा, ‘कुछ अराजक तत्वों ने इस घटना को अंजाम दिया है. हम गांव जाएंगे और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करेंगे. यह अराजक लोगों का काम है. हम शांति कायम रखेंगे.’
डीएम ने प्रोजेक्ट पर काम जारी रखने की बात कही है.
उन्नाव के एसपी ने कहा कि कुछ अराजक तत्वों ने पुलिस पर गोलीबारी की और पत्थर फेंके. जिसमें पांच पुलिस घायल हुए हैं. जांच जारी है. मामले में अबतक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने मामले में 30 लोगों सहित 200 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
उन्होंने कहा कि यूपीएसआईडीसी ने आठ लोगों सहित 200 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है. ग्रामीणों पर यूपीएसआईडीसी कर्मचारियों पर हमला करने का आरोप है.
किसानों और पुलिस के बीच 16 नवंबर को भी संघर्ष हुआ था. आवासीय परियोजना के लिए अधिग्रहित की गई जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए अधिकारियों के मौके पर पहुंचने के दौरान संघर्ष हुआ.
संघर्ष के दौरान किसानों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे. पानी की बौछारें भी छोड़ी. इसमें कई किसान घायल हो गए थे.
जिलाधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय ने कहा कि प्रदर्शनकारियों द्वारा किए गए पथराव में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. उन्होंने कहा कि किसानों को पर्याप्त मुआवजा प्रदान किया गया है.
16 नवंबर को भी दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था.