सरकार और कारोबार जगत के बीच भरोसा नहीं रहा: मनमोहन सिंह
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि मौजूदा समय में सरकार और कारोबार जगत के बीच भरोसा खत्म हो गया है.
उन्होंने यह भी कहा है कि कारोबारियों को यह कभी महसूस नहीं होना चाहिए कि एजेंसियां या अधिकारी उन्हें परेशान कर रहे हैं.
मनमोहन सिंह ने ‘बिजनेस लाइन चेंज मेकर’ पुरस्कार समारोह में 1991 के उदारीकरण पर चर्चा करते हुए कहा, “समाज तभी प्रगति करता है जब रचनात्मकता को मौका मिलता है. ताकि वह यथास्थिति को चुनौती दे सके. 1991 में हमारे देश ने एक कठिन विकल्प का सामना किया. और हमें सोच को बदलना पड़ा कि कैसे अपने करोड़ों लोगों की जिंदगी को बेहतर बना सकते हैं.”
मनमोहन सिंह ने कहा, “कारोबारी समुदाय के बारे में कई नकारात्मक धारणाएं बनाई गई हैं. इन्हें एजेंसियों के खौफ का अनुभव कराया गया है. एक शत्रुतापूर्ण माहौल तैयार किया गया है. इससे न सिर्फ हमारे अपने कारोबारियों का भरोसा खत्म होगा बल्कि दूसरे देशों की सरकारों और कारोबारियों के दिमाग में भी संदेह पैदा होगा.”
उन्होंने कहा, “ईमानदार कारोबारियों और असल उद्यमियों को कभी भी यह महसूस नहीं होने देना चाहिए कि राजस्व अधिकारी उन्हें परेशान कर रहे हैं. दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार और कारोबार जगत के बीच विश्वास खत्म हो गया है.”
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि बदलाव होते रहना चाहिए. खुशी है कि भारत के युवा उद्यमियों ने बदलाव के मंत्र को स्वीकार किया है.