उद्धव ठाकरे ने जीता विश्वास मत, 169 विधायकों ने दिया समर्थन


until our queries are not addressed we won't support cab in upper house

 

महाराष्ट्र विधानसभा में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के गठबंधन ने विश्वास मत जीत लिया है. गठबंधन को 169 विधायकों का समर्थन मिला, जबकि चार विधायक वोटिंग से दूर रहे. इन चार विधायकों में दो एआईएमआईएम, एक मनसे और एक सीपीएम के विधायक शामिल हैं.

इससे पहले पांच दिन पहले गठबंधन ने 162 विधायकों का समर्थन होने का दावा किया था. प्रदेश की 288 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 145 है.

असल में मुख्यमंत्री पद ढाई-ढाई साल रखने के मुद्दे पर शिवसेना ने अपने गठबंधन सहयोगी बीजेपी से रिश्ते तोड़ लिए थे इसके बाद उद्धव ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ हाथ मिलाकर सरकार बनाई.

अब 1 दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा जिसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन में धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया जाएगा.

नए विधानसभा अध्यक्ष इसके बाद विधानसभा में नेता विपक्ष के नाम की घोषणा करेंगे.

राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने ठाकरे को बहुमत साबित करने के लिए तीन दिसंबर तक का वक्त दिया है.

प्रदेश में 21 अक्टूबर को हुए चुनावों में बीजेपी 105 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के तौर पर उभरी थी. शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने क्रमश: 56,54 और 44 सीटें जीती थीं.

एनसीपी के वरिष्ठ नेता दिलीप वलसे पाटिल को 29 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा का अस्थाई (प्रोटेम) अध्यक्ष नियुक्त किया गया. उन्होंने बीजेपी के कालिदास कोलंबकर की जगह ली जिन्हें विधायकों को शपथ दिलाने के दौरान पूर्व में अस्थाई अध्यक्ष नियुक्त किया गया था.

पाटिल पूर्व में भी विधानसभा के अध्यक्ष रहे हैं. शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने 28 अक्टूबर को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी. ठाकरे के अलावा छह अन्य मंत्रियों- शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस से दो-दो – ने भी शपथ ली थी.


Big News