अफगानिस्तान में हिंसक माहौल के बीच राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान संपन्न
अफगानिस्तान में लोगों ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान में हिस्सा लिया जबकि कट्टरपंथियों ने देश भर में कई जगहों पर मतदान केन्द्रों को लक्ष्य कर विस्फोट किए.
देश के विभिन्न हिस्सों में हुए इन विस्फोटों में कम से कम दो लोगों की जान चली गई और 27 लोग घायल हो गए हैं.
इस बीच, चुनाव आयोग ने कहा कि मतदाताओं की लंबी कतारों के चलते मतदान निर्धारित समय से दो घंटे ज्यादा शाम पांच बजे तक चला.
एक सुरक्षा अधिकारी ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों में मतदान केन्द्रों पर तालिबान के बम और मोर्टार हमले में दो असैन्य की मौत हो गई जबकि 27 अन्य घायल हो गए.
कुंदुज, नंगरहार, काबुल, बामियान और कंधार समेत अनेक प्रांतों में तालिबान ने ये हमले किए हैं.
चुनाव में राष्ट्रपति अशरफ गनी और देश के मुख्य कार्यकारी अब्दुल्ला अब्दुल्ला के बीच कड़ा मुकाबला है.
गनी ने काबुल में एक स्कूल में मतदान केन्द्र में वोट डालने के बाद कहा, ‘‘ शांति हमारे लोगों की पहली मांग है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसका ढांचा तैयार है, मैं चाहता हूं कि लोग मुझे अनुमति और वैधता दें ताकि हम शांति की दिशा में काम कर सकें.’’
अफगानिस्तान में करीब 96 लाख पंजीकृत मतदाता हैं, लेकिन इनमें से कई लोगों ने 18 साल तक चले युद्ध के बाद किसी भी सरकार के यहां हालात बेहतर कर पाने की उम्मीद खो दी है.
चुनाव नतीजे 19 अक्टूबर तक आने की संभावना है.
जीत के लिए किसी भी उम्मीदवार को 50 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल करने होंगे. ऐसा ना होने पर शीर्ष के दो स्थानों पर रहने वाले उम्मीदवारों के बीच नवम्बर में फिर मतदान कराया जाएगा.