सोनिया ने पवार से बात की, एनसीपी के साथ चर्चा के लिए नेताओं को अधिकृत किया
महाराष्ट्र में सरकार गठन की जिम्मेदारी राज्य की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी एनसीपी के पाले में आ गई है. लेकिन अबतक एनसीपी और कांग्रेस ने शिवसेना के साथ सरकार बनाने को लेकर आधिकारिक रूप से कोई बयान नहीं दिया है. मीडिया में सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में शिवसेना के साथ सरकार बनाने को लेकर एकराय नहीं बन पाई है.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार के साथ बातचीत की और महाराष्ट्र में सरकार गठन के मुद्दे पर आगे की चर्चा के लिए पार्टी के तीन वरिष्ठ नेताओं को अधिकृत किया है.
कांग्रेस नेता अहमद पटेल, मल्लिकार्जुन खड़गे और केसी वेणुगोपाल शरद पवार के साथ विचार विमर्श करने के लिए शाम तक मुंबई के लिए रवाना होंगे.
सोनिया ने सुबह फोन पर पवार के साथ बात की और अपने पार्टी नेताओं से कहा कि वे मुंबई जा कर एनसीपी प्रमुख से मिलें.
वेणुगोपाल ने ट्वीट किया ”कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज सुबह शरद पवार से बात की और अहमद पटेल, मल्लिकार्जुन खड़गे तथा मुझे पवार के साथ आगे की चर्चा करने के लिए अधिकृत किया.”
उन्होंने आगे कहा ”हम तीनों मुंबई जा रहे हैं और पवार से यथाशीघ्र मुलाकात करेंगे.”
इससे पहले, सोनिया ने पार्टी की कोर टीम के सदस्यों ए के एंटनी तथा वेणुगोपाल के साथ अपने आवास पर विचार विमर्श किया.
इससे पहले खड़गे ने कहा था कि पार्टी नेतृत्व पवार से संपर्क बनाए हुए है और महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर एनसीपी के साथ आगे की बातचीत चल रही है.
कांग्रेस वैचारिक रूप से अपनी प्रतिद्वंद्वी शिवसेना के साथ समझौते पर कोई फैसला जल्दबाजी में लेती प्रतीत नहीं हुई और उसने समर्थन देने के मुद्दे पर चुनाव पूर्व की अपनी सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ आगे और बातचीत करने का फैसला किया.
इससे राज्य में गैर-भाजपा सरकार बनाने के शिवसेना के प्रयासों को बड़ा झटका लगा.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, महासचिव और प्रदेश प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे और केसी वेणुगोपाल मुम्बई में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात करनेवाले हैं.
महाराष्ट्र में कांग्रेस नेता चंड्या पडवी ने कहा कि बातचीत की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन इसका अंत सुखद होगा. उन्होंने कहा, ‘व्यक्तिगत रूप से मुझे लगता है कि तीनों पार्टियां (शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी) सरकार का गठन करेंगी और शिवसेना का नेता मुख्यमंत्री होगा.’
एनसीपी नेताओं ने कहा कि सहयोगी कांग्रेस से चर्चा के बाद ही गठबंधन पर अंतिम फैसला लिया जाएगा.
सरकार गठन के लिए जरूरी आंकड़े जुटाने में शिवसेना के असफल रहने के बाद पार्टी के नेता संजय राउत ने सुप्रसिद्ध कवि एवं साहित्यकार हरिवंश राय बच्चन की कविता की कुछ पंक्तियों को उद्धृत कर बताया कि पार्टी सफलता के लिए दृढ़ संकल्पित है और हार नहीं मानेगी.
उन्होंने बच्चन की प्रसिद्ध कविता की पक्तियां ट्वीट की, ”लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, हिम्मत करने वालों की कभी हार नही होती.”
उन्होंने आगे लिखा, ”हम होंगे कामयाब…जरूर होंगे…”
राउत को सोमवार को सीने में दर्द की शिकायत के बाद लीलावती अस्पताल ले जाया गया था, जहां उनकी एंजियोप्लास्टी हुई है.
शिवसेना ने सोमवार को दावा किया था कि महाराष्ट्र में बीजेपी के बिना उसकी सरकार का समर्थन करने के लिए राकांपा और कांग्रेस ‘सैद्धांतिक समर्थन’ देने पर सहमत हो गई हैं लेकिन वह राज्यपाल द्वारा तय समयसीमा के पहले इन दलों से समर्थन पत्र नहीं ले सकी. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने तीन दिन की और मोहलत देने के शिवसेना के अनुरोध को ठुकरा दिया.
कांग्रेस वैचारिक रूप से अपनी प्रतिद्वंद्वी शिवसेना के साथ समझौते का कोई फैसला जल्दबाजी में लेती प्रतीत नहीं हुई और उसने शिवसेना को समर्थन देने के मुद्दे पर चुनाव पूर्व की अपनी सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के साथ आगे और बातचीत करने का फैसला किया. जिससे शिवसेना के महाराष्ट्र में गैर बीजेपी सरकार बनाने के उसके प्रयासों को झटका लगा.
एनसीपी के 288 सदस्यीय विधानसभा में 54 विधायक हैं जो बीजेपी (105) और शिवसेना (56) के बाद तीसरा सबसे बड़ा दल है.