मामल्लापुरम पहुंचे शी जिनपिंग, प्रधानमंत्री मोदी ने किया स्वागत
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग जब चेन्नई पहुंचे और यहां से मामल्लापुरम गए तो लोक नर्तकों और भरतनाट्यम कलाकारों ने तमिल सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ उनका स्वागत किया और बड़ी संख्या में बच्चों ने भारतीय और चीनी झंडे लहराकर उनका अभिवादन किया.
जिनपिंग से पहले हेलीकॉप्टर से मामल्लापुरम पहुंचे प्रधानमंत्री ने अर्जुन तपस्या स्मारक पर चीनी नेता की अगवानी की.
परंपरागत तमिल परिधान धोती, अंगवस्त्रम और शर्ट पहने प्रधानमंत्री ने शी जिनपिंग से हाथ मिलाकर उनका स्वागत किया और दोनों नेताओं ने एक दूसरे का हालचाल पूछा.
मोदी और जिनपिंग शाम के समय और 12 अक्टूबर को अनौपचारिक शिखर वार्ता कर सकते हैं.
इससे पहले जिनपिंग चेन्नई में हवाईअड्डे पर पहुंचे तो उनके स्वागत के लिए तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित, मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी, उप-मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम और तमिलनाडु विधानसभा के अध्यक्ष पी धनपाल वहां उपस्थित थे.
करीब 500 तमिल लोक कलाकारों ने ‘ताप्पट्टम’ और ‘पोई कल कुठिराई” समेत तमिल सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं. रंग-बिरंगे परिधानों में सजी महिलाओं ने भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी.
मुस्कराते हुए शी जिनपिंग ने कलाकारों की ओर हाथ हिलाकर उनका अभिवादन स्वीकार किया. जिनपिंग के गाड़ी में बैठने से पहले मंदिर के पुजारियों ने परंपरागत तरीके से उनका स्वागत किया.
जैसे ही जिनपिंग हवाईअड्डे के वीवीआईपी द्वार संख्या 5 से बाहर निकले, सड़क पर दोनों ओर कतारों में खड़े स्कूली बच्चों ने भारतीय और चीनी झंडे लहराते हुए उनका स्वागत किया.
हवाईअड्डे से जिनपिंग पांच किलोमीटर की यात्रा करके आईटीसी ग्रेंड चोला होटल पहुंचे, जहां वे ठहरेंगे.
होटल में कुछ देर के विश्राम के बाद जिनपिंग शाम करीब 4:05 बजे सड़क मार्ग से करीब 50 किलोमीटर दूर मामल्लापुरम के लिए रवाना हुए और शाम पांच बजे इस तटीय शहर में पहुंचे.
ईस्ट कोस्ट रोड पर कई जगहों पर कलाकारों ने लोक नृत्यों की प्रस्तुति और चिनफिंग के स्वागत के लिए परंपरागत संगीत की प्रस्तुति दी.