येदियुरप्पा ने बीजेपी के नेताओं को दी 1800 करोड़ की रिश्वत: कांग्रेस
कांग्रेस ने बीजेपी नेताओं पर कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए पैसे के लेनदेन के आरोप की जांच की मांग की है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने न्यूज मैगजीन द कारवां में छपी एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा जी के हस्ताक्षर वाली डायरी में 1800 करोड़ रुपये के लेनदेन का ब्यौरा है.
उन्होंने यह भी कहा कि हम डायरी की सत्यता का दावा नहीं करते हैं लेकिन इसकी जांच होनी चाहिए.
सुरजेवाला ने कहा, “डायरी के अनुसार 2600 करोड़ रुपये वसूले गए और उसमें से सीधे 1,000 करोड़ रुपये बीजेपी की सेंट्रल कमेटी को दिया गया. जजों को रिश्वत के तौर पर देने के लिए 250 करोड़ का जिक्र है.”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आरोप की जांच की शुरुआत की मांग की है. सुरजेवाला ने कहा कि साल 2017 से आयकर विभाग के पास डायरी के पन्ने हैं.
सुरजेवाल ने कहा कि मामले की जांच लोकपाल से करवानी चाहिए.
उन्होंने कहा, “तथाकथित डायरी के हर पृष्ठ पर तथाकथित तौर पर येदियुरप्पा के हस्ताक्षर हैं. मोदी सरकार को इस रिश्वत के इल्जाम का जवाब देना चाहिए. अगर यह आरोप गलत हैं तो प्रधानमंत्री मोदी को खुद ही जांच की अनुमति देनी चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व पर इल्जाम है. आज सवाल कानून-संविधान और शुचिता-मर्यादा का है.”
उन्होंने कहा कि यह आरोप न्यूज मैगजीन ने लगाया है हम तो केवल जांच की मांग कर रहे हैं.
सुरजेवाला ने कहा, “न्यूज़ मैगजीन की रिपोर्ट के अनुसार, इस मुद्दे की जांच की अनुमति मोदी सरकार ने नहीं दी. अब बीजेपी को बताना चाहिए कि यह डायरी थी या नहीं, थी तो कहां है. 2017 में यह डायरी प्रकाश में आई तो तब से अब तक इसकी जांच क्यों नहीं हुई.
कारवां ने दावा किया है कि उन्हें आयकर विभाग की ओर से हासिल की गई डायरी की कॉपी मिली है, जिसमें बीएस येदियुरप्पा के हस्ताक्षर के साथ 1,800 करोड़ रुपये बीजेपी के राष्ट्रीय नेता, केन्द्रीय कमेटी, जज और एडवोकेट को देने का ब्यौरा है.
कारवां में छपी खबर के मुताबिक, “कर्नाटक राज्य विधानसभा के विधायक की 2009 की डायरी में येदियुरप्पा के हाथों से खर्चे का ब्यौरा लिखा गया है. आयकर विभाग के पास डायरी की कॉपी साल 2017 से है. डायरी में बीजेपी केन्द्रीय कमेटी को 1,000 करोड़ रुपये, वित्त मंत्री अरुण जेटली और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को 150 करोड़ रुपये, राजनाथ सिंह को 100 करोड़ रुपये, वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी और लाल कृष्ण आडवाणी को 50-50 करोड़ रुपये दिए गए.”
इसके साथ ही नितिन गडकरी के बेटे की शादी के लिए 10 करोड़ रुपये दिए गए.
डायरी में दर्ज विवरण के मुताबिक जज को 250 करोड़ रुपये और वकीलों को शुल्क के एवज में 50 करोड़ रुपये दिए गए.
येदियुरप्पा मई 2008 से जुलाई 2011 के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे हैं. डायरी पर जनवरी 2009 की तारिखों का जिक्र है.