Urban Agenda EP: 31 सेक्स वर्क को वर्क क्यों माना जाए?


 

दिल्ली के जीबी रोड में रह रही साढे तीन हज़ार से ज्यादा सेक्स वर्कर्स के लिए ज़िंदगी यहां की गलियों की ही तरह अंधेरी है. इनमे से 50 फीसदी के पास वोटर कार्ड और आधार कार्ड भी है. बावजूद इसके यह सभी तरह की सरकारी नीतियों और सुविधाओं से कोसों दूर हैं.


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