सरकार ने 109 रूट्स पर 151 प्राइवेट ट्रेनें चलाने की पहल कर दी है. इसका क्या असर होगा? क्या अब स्कूल या अस्पतालों की तरह रेल यात्रा भी गरीबों और अमीरों के लिए अलग-अलग हो जाएगी?