सबरीमला में प्रवेश के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शन में 750 लोग गिरफ्तार
सबरीमला मंदिर में दो महिलाओं के प्रवेश के बाद पिछले दो दिनों में हिंदू संगठनों के हिंसक प्रदर्शनों के सिलसिले में अभी तक 750 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने यह जानकारी दी है.
पुलिस ने बताया कि 334 लोगों के एक समूह को एहतियातन हिरासत में लिया गया.
बीजेपी आयोजित 12 घंटे की हड़ताल के कारण राज्य में हुई हिंसक प्रदर्शनों के बाद पुलिस ने शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए विशेष अभियान ‘ऑपरेशन ब्रोकन विंडो’ चलाया.
पुलिस ने प्रेस रिलीज में बताया कि पुलिस की विशेष शाखा हिंसा में शामिल लोगों की सूची तैयार करेगी और उसे आगे की कार्रवाई के लिए जिला पुलिस प्रमुखों को सौंपेगी.
पुलिस ने यह भी बताया कि हिंसा के दोषियों की एक फोटो एलबम भी तैयार की जाएगी. हिंसा में शामिल आंदोलनकारियों को गिरफ्तार करने के लिए विशेष दल भी गठित किए जाएंगे.
प्रेस रिलीज में कहा गया है कि संदिग्धों के मोबाइल फोन जब्त किए जाएंगे और उन्हें डिजिटल जांच के लिए भेजा जाएगा. उनके घरों पर हथियारों का पता लगाने के लिए छापे भी मारे जाएंगे. सोशल मीडिया पर कथित घृणा अभियान में शामिल लोगों के खिलाफ मामले भी दर्ज किए जाएंगे.
केरल में दो महिलाएं बिंदू और कनकदुर्गा के सबरीमला मंदिर में भगवान अयप्पा के दर्शन करने के बाद से उग्र प्रदर्शन हो रहे है.
विभिन्न हिंदुत्व समर्थक समूहों के एक संगठन सबरीमला कर्म समिति और अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद की ओर से बुलाई हड़ताल हिंसक प्रदर्शन में बदल गई.
हड़ताल के दौरान अलग-अलग जिलों में मीडिया पर हुए हमलों के चलते केरल यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स ने भगवा दल और सबरीमला कर्म समिति के बहिष्कार का फैसला किया. तिरुवनंतपुरम में ही तीन मीडियाकर्मी घायल हो गए जो हड़ताल के दिन हो रही हिंसा की कवरेज कर रहे थे.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लै और समिति नेता केपी शशिकला के बुलाए गए संवाददाता सम्मेलनों का मीडिया ने बहिष्कार भी किया है.