आडवाणी के बाद अब मुरली मनोहर जोशी का भी टिकट कटा


After Advani, Murli Manohar Joshi Asked Not to Contest 2019 Elections.

 

भारतीय जनता पार्टी ने अपने पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा सांसद मुरली मनोहर जोशी से कहा है कि वे आगामी आम चुनाव ना लड़ें.

यह घटनाक्रम उम्रदराज हो चुके अपने कई नेताओं को चुनाव में प्रत्याशी ना बनाने के पार्टी के फैसले की ही एक कड़ी है. इस फैसले के तहत बीजेपी के संस्थापक और वरिष्ठ सदस्य लाल कृष्ण आडवाणी को भी पार्टी ने इस बार टिकट नहीं दिया है.

भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी के कार्यालय ने इस घटनाक्रम की पुष्टि की है. कार्यालय के अनुसार, जोशी ने कानपुर के मतदाताओं के लिए एक संक्षिप्त बयान जारी किया है. 85 वर्षीय जोशी ने 2014 में कानपुर लोकसभा सीट से ही चुनाव जीता था.

बयान में कहा गया है कि भाजपा महासचिव (संगठन) राम लाल ने जोशी को पार्टी नेतृत्व के इस निर्णय से अवगत कराया कि उन्हें चुनाव नहीं लड़ना चाहिए.

जोशी ने 2009 में वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव जीता था लेकिन 2014 में उन्होंने यह सीट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए खाली कर दी थी.

पूर्व केंद्रीय मंत्री जोशी की प्रतिक्रिया अभी पता नहीं चल पाई है.

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और आडवाणी (91 वर्ष) के साथ जोशी दो दशक से अधिक समय तक बीजेपी के चेहरे के तौर जाने जाते थे.

संसद की प्राक्कलन समिति के अध्यक्ष जोशी के विभिन्न मुद्दों जैसे रोजगार, जीडीपी  आदि पर निष्कर्षों से सरकार के लिए असहज स्थिति उत्पन्न हो गई थी.

बीजेपी नेताओं का कहना है कि पार्टी ने यह ‘‘सैद्धांतिक निर्णय’’ किया है कि बुजुर्ग नेताओं को युवा नेताओं के लिए रास्ता बनाना चाहिए.

इस बार पार्टी ने आडवाणी सहित 80 साल से अधिक उम्र के अपने नेताओं बी सी खंडूरी, करिया मुंडा, कलराज मिश्रा और विजय चक्रवर्ती आदि को टिकट नहीं दिया है.


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