सूडान: धरने पर बैठे लोगों पर सैन्य कार्रवाई, 30 की मौत
सूडान के सैन्य शासकों ने धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए उनपर गोलीबारी कर दी, जिसके चलते कम से कम 30 लोगों के मारे जाने की खबर है.
सैन्य मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठे ये प्रदर्शनकारी लोकतंत्र की बहाली की मांग कर रहे थे. इस घटना में सैकड़ों लोग घायल भी हुए हैं.
भारी हथियारों से लैस अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के जवान बड़ी संख्या में राजधानी की सड़कों पर तैनात किए गए हैं.
गाड़ियों पर मशीनगनों के साथ तैनात जवान अहम पुलों और प्रवेश मार्गों पर निगरानी कर रहे हैं.
अमेरिका और ब्रिटेन ने प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग नहीं करने और राष्ट्रपति उमर अल बशीर को अपदस्थ करने वाले जनरलों से सत्ता असैन्य हाथों में सौंपने का आह्वान किया है.
सूडान के डॉक्टरों की केंद्रीय समिति ने बताया कि मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 30 से अधिक हो गई है. उन्होंने बताया कि ‘‘सैकड़ों लोग घायल हैं.’’
समिति ने बताया कि मृतकों में आठ साल का बच्चा भी शामिल है.
समिति ने रेडक्रॉस और अन्य मानवीय एजेंसियों से घायलों को तत्काल मदद उपलब्ध कराने का आग्रह किया है.
सैन्य परिषद ने अपने बलों द्वारा सेना मुख्यालय के सामने धरने पर बैठे लोगों को हिंसक तरीके से वहां से हटाने से इनकार किया है.
इससे पहले काफी समय से सत्ता पर कब्जा जमाए बैठे उमर राशिद को हटाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए थे, जिसके बाद सेना ने तख्तापलट कर उन्हें अपदस्थ कर दिया था.
इस तख्तापलट के बाद शीर्ष अधिकारियों को हिरासत में ले लिया गया था. सेना ने एक संक्रमणकालीन परिषद का गठन किया था, जो शासन का काम देख रही थी.
लेकिन अब सैनिक शासन असैन्य हाथों में सत्ता सौंपने को तैयार नहीं है. हालांकि अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं और अमेरिका सहित यूरोपीय देश उसपर लगातार दबाव बना रहे हैं.