बैंक कर्मचारियों की हड़ताल से बाधित हुईं बैंकिंग सेवाएं
बैंकों के विलय के विरोध में उतरे विभिन्न कर्मचारी संघों द्वारा मंगलवार को बुलाई गई हड़ताल के कारण दक्षिण कन्नड़ जिले में बैंकिंग सेवाएं ठप रहीं. बैंक कर्मचारियों की हड़ताल से आम जनता को परेशानी झेलनी पड़ी.
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) और भारतीय बैंक कमर्चारी संघ (बीईएफआई) द्वारा उडुपी जिले में कारपोरेशन बैंक के जोनल कार्यालय में विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया.
विरोध प्रदर्शकों को संबोधित करते हुए सिंडिकेट बैंक कर्मचारी संघ के संयुक्त सचिव प्रेमनाथ पुजारी ने दावा किया कि स्टेट बैंक का अन्य बैंकों के साथ विलय होने से लगभग 50,000 कर्मचारियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है और 6,950 शाखाएं बंद हो गई हैं.
उन्होंने कहा कि केंद्र को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए और आर्थिक मंदी के दौर में कॉर्पोरेट ऋण की वसूली के लिए कदम उठाने चाहिए.
बैंकों के विलय का विरोध उडुपी में 26 सितंबर को और बाद में 18 अक्टूबर को मंगलुरु में शुरू हो गया था जिसमें कर्मचारियों, केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और जनता से कुछ लोगों ने भाग लिया था.