दिल्ली: भीम आर्मी प्रमुख चंद्र शेखर को न्यायिक हिरासत में भेजा गया


bhim army chief chandrasekhar azad gets bail

 

संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ दिल्ली गेट इलाके में विरोध प्रदर्शन के हिंसक हो जाने पर हिरासत में लिए गए भीम आर्मी प्रमुख चंद्र शेखर आजाद की जमानत याचिका खारिज हो गई और तीस हजारी कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

चंद्र शेखर आजाद के वकील ने यह कहते हुए जमानत की अर्जी दी थी कि इस बात के कोई सबूत मौजूद नहीं है कि उन्होंने जामा मस्जिद के पास जमा भीड़ को दिल्ली गेट जाने के लिए उकसाया. वहीं दिल्ली पुलिस ने यह कहते हुए जमानत का विरोध किया कि बाहर रहने पर गवाहों को धमकाया जा सकता है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए चंद्र शेखर की न्यायिक हिरासत जरूरी है.

इससे पहले संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस हिरासत में जाने से बच निकले भीम आर्मी प्रमुख चंद्र शेखर आजाद ने सुबह-सुबह दिल्ली पुलिस को सरेंडर कर दिया.

गिरफ्तारी से पहले आजाद ने एक ट्वीट में जानकारी दी कि वो पुलिस को सरेंडर कर रहे हैं. साथ ही एक ट्विटर यूजर ने उनका वीडियो भी पोस्ट किया. वीडियो में आजाद ने कहा, ‘साथियों ये आंदोलन रुकना नहीं चाहिए. मैं ये कहते हुए गिरफतारी दे रहा हूं कि सरकार को सीएए वापस लेना पड़ेगा, शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करें और किसी भी बाहरी को ये संघर्ष कमजोर मत करने दीजिए.’

वहीं 20 दिसंबर की शाम में दिल्ली के दरियागंज इलाके में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन से पुलिस ने कुल 40 लोगों को हिरासत में ले लिया. हिरासत में लिए गए लोगों में 14-15 साल के आठ नाबालिग भी हैं. हिरासत में लिए गए लोगों को छोड़ने की मांग से साथ लोगों का समूह 20 दिसंबर की रात दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन पर बैठ गया.

जानकारी है कि पुलिस ने सभी नाबालिगों को उनके माता-पिता के साथ जाने की शर्त पर ही छोड़ने की बात कही है. डॉक्टर ने बताया कि बच्चों के हाथ में सूजन थी और एक बच्चे के सर में चोट आई थी जिसे लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

20 दिसंबर की शाम दरियागंज में सुभाष मार्ग के पास खड़ी कार को हिंसक प्रदर्शन के दौरान आग के हवाले कर दिया गया जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पहले वॉटर केनन और फिर लाठी चार्ज का सहारा लिया.

इस दौरान 36 लोगों के घायल होने की खबर हैं, जिन्हें एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया. हालांकि पुलिस ने कहा कि उन्होंने भीड़ पर ‘हल्का बल’ इस्तेमाल किया.

भीड़ को हटाने के बाद आरपीएफ के दस्तों ने इलाके में फ्लैग मार्च किया. राजधानी में कल जामा मस्जिद और इंडिया गेट पर भी प्रदर्शन किया गया.


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