प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के समय से पहले चुनाव प्रस्ताव को नहीं मिला बहुमत


mps put brakes on boris johnson brexit deal with rebel amendment

 

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को बुधवार को संसद में लगातार तीन बार हार का मुंह देखना पड़ा. समय से पहले 15 अक्टूबर को चुनाव कराने के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के प्रस्ताव को संसद के दोनों ही सदनों में बहुमत नहीं मिला. जिसके चलते समय से पहले चुनाव कराने की प्रधानमंत्री जॉनसन की कोशिश विफल रही.

इसके तुरंत बाद प्रधानमंत्री ने लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कॉर्बिन को देश के लोकतांत्रिक इतिहास में पहला ऐसा नेता बताया जिसने समय से पहले चुनाव कराने की मांग को ठुकरा दिया.

दरअसल, बिल पर अंतिम मतदान प्रक्रिया से लेबर पार्टी ने परहेज किया. जिसकी वजह से समय से पहले चुनाव कराने के प्रस्ताव के खिलाफ 298 और समर्थन में 56 वोट पड़े, जो बहुमत के लिए बेहद कम था.

हालांकि इससे पहले कॉर्बिन ने संकेत दिए थे कि अगर ‘नो डील ब्रेग्जिट’ बिल का विरोध करने वाला बिल पास हो जाता है तो वो जॉनसन द्वारा चुनाव कराने के प्रस्ताव का समर्थन करेंगे.

इस बीच कॉर्बिन ने साफ किया कि अगर ‘नो डील ब्रेग्जिट’ का विरोध करने वाले हिलेरी बेन के बेकबेंच बिल को राज घराने की सहमति मिल जाती है तो वो चुनाव का समर्थन करेंगे. अब अगर टोरियों का समूह बिल का विरोध नहीं करता है तो अगले हफ्ते इस पर सहमति बन सकती है.

कॉर्बिन ने सांसदों से कहा, “हम चुनाव चाहते हैं क्योंकि हम इस सरकार को बाहर का रास्ता दिखाना चाहते हैं.”

इन सबसे पहले कल संसद में ब्रिटेन में सरकार के एजेंडा के खिलाफ 328 सांसदों ने ब्रेग्जिट डील को आगे बढ़ाने वाले बिल के समर्थन में वोट किया. जबकि इस बिल के खिलाफ 301 सांसदों ने वोट दिया. सांसदों के इस कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने समय से पहले आम चुनाव कराने का प्रस्ताव पेश किया था.


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