15 जुलाई के बाद मानसून पर लग सकता है ‘ब्रेक’


break monsoon likely to occure after 15 july

 

मध्य भारत, पश्चिमी तट और पूर्वी भारत में जोरदार बारिश के बाद अब 15 जुलाई से मानसून में कुछ कमी देखने को मिल सकती है. निजी मौसम प्रसारणकर्ता स्काईमेट के मुताबिक ‘देश में ‘ब्रेक मानसून’ जैसे हालात बन रहे हैं. अब तक सबसे ज्यादा बारिश हिमालय के इलाकों, उत्तराखंड से उत्तर-पूर्वी भारत में देखने को मिली है, यह आगे भी जारी रह सकती है.’

जुलाई के महीने में अक्सर ब्रेक मानसून जैसे हालात बनते हैं. अनुमान लगाया गया है कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के क्षेत्रों में कम दबाव के क्षेत्र में कमी के चलते मध्य भारत में बारिश में भारी गिरावट दर्ज की जा सकती है. जबकि हिमालय के क्षेत्रों में अधिक बारिश की परिस्थितियां बन रही हैं.

जून के मुकाबले अब तक जुलाई के महीने में अच्छी बारिश हुई है. जहां जून के महीने में सामान्य से 33 फीसदी तक कम बारिश हुई थी, वहीं 8 जुलाई तक पूरे मानसून में 19 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है. जबकि मध्य भारत में स्थितियां बेहतर हैं, जहां सामान्य से दो फीसदी कम बारिश हुई.

भारतीय मौसम विभाग ने अब तक ब्रेक मानसून को लेकर कोई सूचना नहीं जारी की है, लेकिन अगले कुछ दिनों में कम बारिश का अनुमान जताया है. 8 जुलाई की शाम को मौसम विभाग की ओर से जारी जानकारी में कहा गया था कि पश्चिमी हिमालय क्षेत्रों, हिमालय के निचले क्षेत्रों और उत्तर-पश्चिमी राज्यों में जोरदार बारिश होगी.

मानसून के मौसम में जुलाई में होने वाली बारिश पर काफी कुछ निर्भर करता है.

जुलाई के महीने में सामान्य से कम बारिश रहने की संभावनाओं के बीच मौसम विभाग ने मई के पूर्वानुमान को दोहराते हुए कहा है कि जुलाई के महीने में सामान्य से पांच फीसदी कम बारिश रह सकती है.


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