चंद्रबाबू नायडू समेत 21 विपक्षी नेता आज मिलेंगे चुनाव आयोग से


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निष्पक्ष और सही चुनाव नतीजे सुनिश्चित करने के लिए 21 विपक्षी दल ईवीएम और वीवीपैट मिलान करने कि मांग लेकर आज एक बार फिर चुनाव आयोग पहुंचेंगे. आंध्र प्रदेश मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के तय कार्यक्रम के तहत आज दोपहर तीन बजे वो अपनी मांग लेकर चुनाव आयोग जाएंगे. खबर है कि आज चंद्रबाबू नायडू का साथ देने अन्य विपक्षी दलों के नेता भी पहुंचेंगे.

सुप्रीम कोर्ट द्वारा विपक्षी पार्टियों की 50 फीसदी ईवीएम और वीवीपैट के मिलान की मांग ठुकराए जाने के बाद अब पार्टियों चुनाव आयोग से मांग करने जा रही हैं कि अगर किसी विधानसभा क्षेत्र के पोलिंग बूथ में मतदान के समय ईवीएम में गड़बड़ी आई है तो उस क्षेत्र में सभी ईवीएम और वीवीपैट का मिलान किया जाए.

जानकारी के मुताबिक कांग्रेस नेता अहमद पटेल, एनसीपी नेता शरद पवार, बीएसपी नेता सतीश चंद्र मिश्रा, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, सीपीआई नेता डी राजा और टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन आज आयोग पहुंच सकते हैं.

साथ ही नायडू लगातार विपक्ष को जोड़ने की कवायद में भी जुटे हुए हैं. भले ही एग्जिट पोल कोई भी तस्वीर पेश कर रहा हो लेकिन नायडू कोई भी मौका चूकना नहीं चाहते.

इससे पहले मामले में 21 विपक्षी दलों ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष याचिका दायर की थी. इस याचिका में पार्टियों ने कोर्ट से मांग की थी कि वह चुनाव आयोग को 50 फीसदी ईवीएम से वीवीपैट के मिलान करने का निर्देश दे.

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इस पर चुनाव आयोग ने देरी का तर्क दिया था. चुनाव आयोग ने कोर्ट में कहा था कि हमारे पास इतनी जनशक्ति नहीं है कि 50 फीसदी वीवीपैट का मिलान किया जा सके. साथ ही आयोग ने परिणामों में 4 से 5 दिन की देरी की भी बात उठाई थी.

इसके बाद 8 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने आयोग को आदेश दिया था कि हर विधानसभा में एक की बजाय  पांच बूथों पर ईवीएम-वीवीपैट पर्चियों का मिलान होगा. सुप्रीम कोर्ट के इसी आदेश पर पार्टियों ने एक समीक्षा याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट ने 7 मई को खारिज कर दिया था. कोर्ट ने इस दौरान अपने पिछले फैसले को दोहराया था.

सुप्रीम कोर्ट ने भी अपने फैसले में कहा था कि 4 हजार 125 विधानसभा क्षेत्रों में 20 हजार 625 ईवीएम का वीवीपैट से मिलान (कुल संख्या का 2 फीसदी) पर्याप्त है. फिलहाल, देश भर में कुल 10 लाख 35 हजार ईवीएम हैं.


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