ईवीएम छेड़छाड़ से निपटने के लिए कांग्रेस ने तैयार किया ‘फोरेंसिक मॉडल’
चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिलने के बाद कांग्रेस पार्टी ने ईवीएम में छेड़छाड़ की समस्या से निपटने के लिए अपना विश्वसनीय तरीका विकसित किया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक पार्टी ने सभी लोकसभा क्षेत्र के उम्मीदवारों को 17(C) नाम का फॉर्म जमा करने के निर्देश दिए हैं. पार्टी से मिली जानकारी के मुताबिक, यह ईवीएम में छेड़छाड़ से निपटने के लिए तैयार किया गया ‘फोरेंसिक मॉडल’ है.
उम्मीदवारों को फॉर्म में ईवीएम की जानकारी भर कर दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय भेजनी है. जिसमें उन्हें कुल हुए मतदान की संख्या और क्षेत्र के कुल मतदाताओं की संख्या की जानकारी देनी है. यह जानकारी प्रत्येक बूथ पर मौजूद एजेंट को मतदान खत्म होने के बाद दी जाती है.
कांग्रेस के डाटा एनालिटिक्स डिपार्टमेंट के चैयरमेन प्रवीन चक्रवर्ती ने बताया, “हमने एक मॉडल विकसित किया है, जिससे ईवीएम में हुई छेड़छाड़ का पता लगाया जा सकता है. जिसके तहत हम कुल हुए मतदान और मतदाताओं की कुल संख्या का मिलान करेंगे.”
कल सात चरणों में संपन्न हुए मतदान के बाद टीवी चैनलों पर एग्जिट पोल का दौर शुरू हो गया है. जिसमें बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टियों के एनडीए गठबंधन को बढ़त मिलती हुई दिख रही है. वहीं इस बीच विपक्षी पार्टियां ईवीएम मशीनों की निगरानी, मतगणना के समय किसी तरह की ढील नहीं देना चाहती हैं. इसके साथ ही विपक्षी पार्टियों के नेता यूपीए गठबंधन बनाने की कवायद में जुट गए हैं. जिसके तहत आंध्र प्रदेश की मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू राहुल गांधी, सीताराम येचुरी, शरद पवार, मायावती और अखिलेश यादव से मुलाकात कर चुके हैं.