असम: जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 100 के पार


 

हाल के सालों की सबसे बड़ी जहरीली शराब दुर्घटनाओं में से एक असम दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 100 के पार पहुंच चुकी है. हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक राज्य के दो जिलों में 72 और लोगों के मरने की खबर है. इस दुर्घटना में कुल मिलाकर 114 लोग अब तक अपनी जान गवां चुके हैं.

मरने वालों में ज्यादातर जोरहाट और गोलाघाट जिलों के चाय बागान मजदूर हैं. ये दुर्घटना ऐसे समय में सामने आई जबकि कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जहरीली शराब से लगभग 100 लोगों की मौत हो गई थी.

उधर असम के आबकारी मंत्री परिमल सुक्लबैद्य का कहना है कि उत्तर राज्यों में जहरीली शराब से हुई मौतों के बाद जिला कर्मचारियों को सावधानी बरतने के स्पष्ट आदेश दिए गए थे.
मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने जोरहट मेडिकल कॉलेज अस्पताल (जेएमसीएच) में पीड़ितों से मुलाकात की.

मुख्यमंत्री की ओर से प्रत्येक मृतक के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और इलाज करा रहे लोगों को 50-50 हजार रुपये सहायता देने की बात कही. सोनोवाल ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.

उधर असम में विपक्षी कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया कि अवैध शराब की बिक्री रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाये जा रहे. कांग्रेस ने प्रदेश के आबकारी मंत्री से इस्तीफे की मांग की.

पुलिस के मुताबिक गोलाघाट में पूछताछ के लिए 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है. शुक्रवार को इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था.

गोलाघाट और जोरहाट में बड़ी संख्या में चाय बागानों के श्रमिकों ने बृहस्पतिवार रात को जहरीली शराब पी ली थी जिसके बाद वे बीमार पड़ गए. उसी रात 12 मजदूरों की मौत हो गई.

राज्य के आबकारी मंत्री परिमल सुक्लबैद्य ने विभाग के अधिकारियों की एक टीम को घटना की जांच करने का निर्देश दिया है. अधिकारियों ने बताया कि आबकारी विभाग के दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है.

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने घटना की न्यायिक जांच की मांग की है. उन्होंने असम की बीजेपी सरकार पर अवैध शराब की बिक्री रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया.


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