उत्तर प्रदेश और बिहार से ईवीएम बदलने की शिकायतों का EC ने किया खंडन


the VVPAT slip wil prevail: EC

 

विपक्षी नेताओं के आरोपों का खंडन करते हुए चुनाव आयोग ने झांसी, गाजीपुर, चंदौली, डुमरियागंज से सामने आई ईवीएम मशीनें बदलने की शिकायतों को ‘आधारहीन’ करार दिया है. आयोग की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “ईवीएम और वीवीपैट मशीनें राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के सामने ही सील की गई थीं. स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर सीपीएएफ के सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं और सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं. उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों को स्ट्रॉन्ग रूम पर 24 घंटे नजर रखने की इजाजत दी गई है. ये सभी आरोप आधारहीन हैं.”

आयोग ने कहा, “गाजीपुर में आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत समस्या का समधान किया गया है. स्टॉन्ग रूम में उम्मीदवारों की देख रेख में मतदान के लिए इस्तेमाल की गई ईवीएम को रखा गया है.”

“चंदौली में ईवीएम को लेकर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं. ईवीएम को उचित सुरक्षा और प्रोटोकॉल के तहत में रखा गया है.”

बयान में आगे कहा गया है कि “डुमरियागंज में ईवीएम को उचित सुरक्षा और प्रोटोकॉल में रखा गया है. यहां विरोध गैर जरूरी है. प्रदर्शकारियों से डीएम और एसपी ने बात की है और मामला सुलझा लिया गया है. झांसी में ईवीएम राजनीतिक दलों के नेताओं की देख-रेख और उचित सुरक्षा में रखी गई हैं.”

ईवीएम बदलने की खबरों के मद्देनजर मुख्य निर्वाचन आयुक्त उत्तर प्रदेश ने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कहा, “मतदान के लिए इस्तेमाल की गई ईवीएम सील करके स्ट्रॉन्ग रूम में रखी गई हैं. ये लगातार सीसीटीवी और उम्मीदवारों की निगरानी में हैं. ईवीएम बदलने की कोई संभावनाएं नहीं हैं. घबराएं नहीं और विश्वास रखें”


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