यूरोपीय संघ ने ब्रेग्जिट की समय सीमा बढ़ाकर 31 जनवरी की


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यूरोपीय संघ ब्रेग्जिट की समय सीमा बढ़ाकर 31 जनवरी 2020 तक करने को तैयार हो गया है. यूरोपीय काउंसिल के अध्यक्ष डोनल्ड टस्क ने इसकी घोषणा की.

इससे पहले यूरोपीय संघ और ब्रिटेन के बीच नए समझौते को लेकर सहमति बन गई थी. हालांकि ब्रितानी सांसदों ने इस समझौते का विरोध किया था. जिससे प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की मुश्किलें बढ़ गई थीं.

इसके बाद ब्रितानी सरकार ने ब्रेग्जिट की समय सीमा बढ़ाने को लेकर यूरोपीय संघ को पत्र लिखकर अनुरोध किया था.

अभी तक यह समय सीमा 31 अक्टूबर थी. प्रधानमंत्री जॉनसन ने वादा किया था कि वो तय समय सीमा में ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से अलग कर लेंगे.

ब्रेग्जिट को लेकर 2016 में एक जनमत संग्रह करवाया गया था. इस जनमत संग्रह में 52 फीसदी लोगों ने ब्रेग्जिट के समर्थन में मतदान किया था.

कंजरवेटिव पार्टी ने इस जनादेश का पालन करने का एलान किया था. साल 2017 के चुनाव में लेबर पार्टी ने भी अपने घोषणापत्र में इस जनादेश को मानने की बात की थी.


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