चीन से आई किट पर सवालों के बावजूद नई सप्लाई लाने की मंजूरी


over eleven thousand died world wide due to corona virus

 

चीन से आई रेपिड टेस्ट किट पर उठे सवालों के बावजूद अब सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि चीन से अन्य 20 फ्लाइट के जरिए मेडिकल स्पलाई भारत आएंगी.

बीते दो हफ्तों में चीन से 400 से टन मेडिकल सप्लाई भारत आई है, जिसमें आरटी-पीसीआर टेस्ट किट, रेपिड एंटी बॉडी टेस्ट्स, पीपीई किट और थर्मामिटर शामिल है. ये सामान करीबन 12 फ्लाइट्स में भारत लाया गया.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, ‘आने वाले दिनों में 20 अन्य फ्लाइट्स के जरिए चीन से सामान भारत लाया जाएगा. जैसे-जैसे हमारे प्रयास बढ़ेंगे ये प्रक्रिया आने वाले दिनों में तेजी पकड़ेगी.’जानकारी के मुताबिक भारतीय दूतावास ने सप्लाई की क्वालिटी चेक की थी. सप्लाई को सभी आधारभूत मानक पर पूरा पाया गया और थर्ड पार्टी निरीक्षण भी किया गया था.

चीन से आए रैपिड टेस्ट किट के नतीजों में गड़बड़ी के बाद आईसीएमआर इस मामले को देख रहा है, फिलहाल उसने इस मामले में कोई अंतिम टिप्पणी नहीं की है. वहीं इन किट के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ‘एसयूवी जितनी बड़ी हाई स्पीड टेस्टिंग मशीन अमेरिका से मंगाई गई है. हमारी आरएंडडी लैब इस संबंध में अत्याधुनिक काम कर रहे इजराइल और जर्मनी के साथ संपर्क में है.

‘द इंडियन एक्सप्रेस लिखता है कि ‘दक्षिण कोरिया की भारतीय सहायक कंपनी हरियाणा के मानेसर में कोविड 19 की रेपिड एंडी बॉडी टेस्टिंग किट तैयार कर रही है. ये कंपनी एक हफ्ते में पांच लाख किट बनने की क्षमता रखती है. कंपनी से पहला बैच 19 अप्रैल को आया था. ये मेक इन इंडिया का एक बेहतरीन उदाहरण है.’

आईसीएमआर की ओर से हमारे दूतावास ने दक्षिण कोरियाई कंपनी के साथ पांच लाख कोरोना टेस्टिंग किट का करार भी किया है.

उन्होंने कहा कि भारतीय और अन्य विदेश एजेंसियां कोरोना पर शोध और विकास के क्षेत्र में मिलकर काम कर रही हैं.उन्होंने बताया कि भारत विभिन्न देशों को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और पेरासिटामोल जैसे आवश्यक दवाइयां पहुंचाने के साथ-साथ मानवीय स्तर पर अन्य राहत सामग्री पहुंचाने में जुटा है.


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