केंद्रीय मंत्रियों का जम्मू-कश्मीर का दौरा शुरू


Pci said that council is with press freedom in Kashmir

 

36 केंद्रीय मंत्री एक हफ्ते के लिए जम्मू-कश्मीर के दौरे पर गए हैं. सरकार ने जम्मू-कश्मीर के लोगों से बातचीत करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया है. 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा खत्म किए जाने के बाद मंत्रियों का यह पहला दौरा है.

यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर शुरू किया गया है.

जम्मू-कश्मीर जा रहे मंत्री क्षेत्र के लोगों अनुच्छेद 370 हटाए जाने के लाभ के बारे में समझाएंगे. इसके अलावा वे क्षेत्र में विकास योजनाओँ की शुरुआत के बारे में लोगों को जानकारी देंगे.

शनिवार को जम्मू पहुंचने वाले मंत्रियों में केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह, संसदीय कार्य और जल संसाधन के मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे शामिल हैं.

मेघवाल ने सांबा के मंदाना जिला के बीरपुर गांव में ट्यूबवेल और नाली से सुरक्षित दीवार बनाने का उद्घाटन किया. उन्होंने लोगों से बात की ओर उनकी विकास कार्य की जरूरतों को सुना.

अश्विनी चौबे ने कहा, ‘बीजेपी सरकार नस्ल और रंग के आधार पर भेदभाव करने में यकीन नहीं रखती है.’

36 केंद्रीय मंत्रीयों में से 21 मंत्री जम्मू का दौरा करेंगे और 24 जनवरी तक पांच मंत्री कश्मीर घाटी का दौरा करेंगे.

कश्मीर का दौरा करने वाले मंत्रियों में रवि शंकर प्रसाद, मुख्तार अब्बास नकवी, जी कृष्ण रेड्डी, किरेन रिजीजू और तावर चंद गहलोत हैं.

जम्मू-कश्मीर के नेशनल पैंथर्स पार्टी हर्षदेव सिंह ने कहा, ‘मंत्रियों का यह दौरा सिवाए दिखावे के और कुछ नहीं है.’

इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि बीजेपी मंत्रियों को भेजकर जम्मू-कश्मीर की स्थिती नहीं बदल सकती है.


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