फ्रांस ने भारत से आधी कीमत पर किया राफेल सौदा


france orders upgrade version of rafale in half of india's procurement

 

राफेल सौदे पर कथित घोटाले को लेकर चल रही बहस ने नया मोड़ ले लिया है. अब खबर आई है कि फ्रांस सरकार ने दसॉल्ट एविएशन कंपनी से 28 राफेल विमानों का सौदा किया है. इस सौदे में सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि ये भारत सरकार के सौदे से लगभग आधी कीमत पर किया गया है.

इस सौदे की खास बात सिर्फ कम कीमत नहीं है बल्कि फ्रांस सरकार ने जो विमान खरीदे हैं वे राफेल का एडवांस वर्जन भी हैं. ये नई एफ-4 तकनीकि से लैस होंगे.

डिफेंस न्यूज वेबसाइट की खबर के मुताबिक फ्रांस ने 28 राफेल विमानों के लिए दो बिलियन यूरो चुकाए हैं. जबकि भारत सरकार ने 36 विमानों के लिए सात दशमलव आठ बिलियन यूरो का सौदा किया था. कांग्रेस राफेल सौदे पर बीजेपी को लगातार घेरती रही है.

भारत में पहले ये सौदा कांग्रेस सरकार के दौरान हुआ था. उस सौदे में एक विमान की कीमत करीब 526 करोड़ रूपये थी, जबकि बीजेपी सरकार ने उस सौदे को रद्द कर नए सिरे राफेल का सौदा किया. बीजेपी के नए सौदे में एक विमान की कीमत करीब 1600 करोड़ रुपये है.

इस बात के सामने आने के बाद विपक्ष को एक बार फिर मौका मिल गया है कि वो सरकार को घेरे.

उधर कॉम्पट्रोलर एंड ऑडिट जरनल (कैग) ने राफेल के सौदे पर की ऑडिट को सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया है. कैग ने एक आरटीआई का जवाब देते हुए ये बात कही है.

कैग ने अपने जवाब में कहा है कि ऑडिट की रिपोर्ट को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है. इसलिए इसे अभी जारी नहीं किया जा सकता.

फ्रांस जिन नए विमानों को खरीदने जा रहा है वो एफ-4 तकनीकि से लैस हैं. इस तकनीकि में राडार सेंसर के अत्याधुनिक वर्जन होंगे. साथ ही ये नेटवर्क आधारित युद्ध कला में पहले से कहीं बेहतर होगा.


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