जुलाई की जगह सितंबर से शुरू हो नए शैक्षिण सत्र: समिति
सरकार द्वारा नियुक्त समिति ने उच्च शैक्षणिक संस्थानों के 2020-21 सत्र को इस साल सितंबर से शुरू करने का सुझाव दिया है. अमूमन सत्र की शुरूआत 15 जुलाई से होती है.
केंद्र के निर्देशानुसार स्कूल और विश्वविद्यालय 16 मार्च से बंद हैं. कोविड-19 के मद्देनजर सरकार ने सभी शिक्षण संस्थानों में क्लानरूम बंद करने का आदेश दिया था.
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने परिक्षा और अगले सत्र पर सुझाव देने के लिए सात सदस्यीय समिति का गठन किया था. समिति ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट सौंपी.
सत्र में दो महीने की देरी के साथ-साथ समिति ने साल के अंत या सेमेस्टर के अंत में होने वाली परिक्षा जुलाई में कराने का सुझाव दिया है. समित के अध्यक्ष हरियाणा सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर आरसी कुहद थे. समिति में एसी पांडे, आदित्य शास्त्री, राज कुमार भी शामिल थे.
द इंडियन एक्स्प्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूजीसी समिति की रिपोर्ट के आधार पर निर्देशनुसार जारी करेगा. उच्च शिक्षण संस्थानों पर नियम अनिवार्य रूप से लागू नहीं किए जाएंगे. लेकिन उन्हें केंद्र द्वारा निर्धारित समय-सीमा से पहले कॉलेज आदि शुरू करने की छूट नहीं होगी.
जैसे ही यूजीसी समिति की रिपोर्ट के आधार पर गाइडलाइन जारी करेगी उसे इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में मेडिकल और इंजीनियरिंग एपलिकेशन की तारीखे आगे बढ़ाने की अर्जी देनी होगी.
सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल कोर्स में एडमिशन के लिए 31 अगस्त और टेक्नीकल कोर्स के लिए एपलिकेशन की तारीख अगस्त 15 तय की है.