केरल में भारी बारिश से मरने वालों की संख्या बढ़कर 42 हुई


heavy rain in kerala, 42 dead due to rain causes

 

केरल में मूसलाधार बारिश का कहर अब भी जारी है और बाढ़, भूस्खलन तथा बारिश संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है. वहीं, एक लाख से अधिक लोगों ने राहत शिविरों में पनाह ली है.

भारी बारिश और बाढ़ से केरल में जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त है, मध्य केरल और उत्तरी केरल के कई जिलों में बारिश और बाढ़ काफ़ी तबाही मचा चुकी है.

अधिकारियों ने सुबह सात बजे मिली रिपोर्ट के हवाले से बताया कि आठ अगस्त से अभी तक बारिश संबंधी घटनाओं में कोझिकोड और मलप्पुरम में जिले में 20 और वायनाड में नौ लोगों की जान गई है.

उन्होंने बताया कि राज्य के 988 राहत शिविरों में 1,07,699 लोगों को सुरक्षित पहुंचाया गया. वायनाड से सबसे अधिक 24,990 लोगों ने इन शिविरों में पनाह ली है.

अधिकारियों ने बताया कि अब भी कई लोगों के मलप्पुरम और वायनाड में हुए भूस्खलन के मलबे के नीचे दबे होने की आशंका है. वहां राहत अभियान जारी है.

अधिकारियों ने बताया कि वायनाड में लगातार बारिश के कारण राहत कार्य प्रभावित हो रहा है.

अधिकारियों ने पानी का स्तर बढ़ने के कारण बाणसुर सागर बांध खोलने का संकेत भी दिया.

मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने भी शुक्रवार को कहा था कि बांध किसी भी समय खोला जा सकता है.

जिला प्रशासन सुबह स्थिति का आकलन करने के बाद इस संबंध में निर्णय लेगा.

मौसम विभाग ने फिलहाल केरल में भारी बारिश का अनुमान बताते हुए 7 जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया है. इन 7 जिलों में-एर्नाकुलम, इडुक्की, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड़, कन्नूर और वायनाड शामिल हैं.

स्वास्थ्य विभाग ने भी हेल्पलाइन नंबर के साथ 24-घंटे काम करने के लिए एक कंट्रोल रूम तैयार किया है. जो जिलों में काम कर रहे कंट्रोल रूम्स के साथ संपर्क साधेगा जिससे लोगों को सुविधाएं मुहैया कराने में आसानी हो सके.

स्वास्थ्य विभाग ने बाढ़ पीड़ितों के लिए हेल्पलाइन नंबर (0471-2302160) जारी कर दिया है.


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