छत्तीसगढ़: जमलो मडकामी की मौत के बाद, दो के खिलाफ तस्करी के तहत एफआईआर


 

लॉकडाउन के बीच तेलंगाना में काम करने वाली 12 वर्षीय जमलो मडकामी छत्तीसगढ़ में बीजापुर स्थित अपने घर की ओर पैदल निकली थी, जिनसे घर से 14 किमी पहले ही रास्ते में दम तोड़ दिया. इस मामले में अब पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ मानव तस्करी का केस दर्ज किया है. आरोप है कि दोनों व्यक्ति नाबालिग बच्ची को तेलंगाना के मिर्ची फार्म पर काम करने के लिए ले गए.

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक श्रम विभाग ने इस मामले  में केस दर्ज किया है.

बुधवार को बीजापुर कोतवाली में आईपीसी की धारा 370 (मानव तस्करी), 34 (समान स्वार्थ की पूर्ति के लिए कई लोगों द्वारा किया गया कार्य) और किशोर न्याय अधिनियम की धारा 79 (बाल कर्मचारी का शोषण) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.

श्रम विभाग के सचिव सोनमणि बोरा ने कहा, ‘अपनी जांच में हमने पाया कि आदेड गांव की रहने वाली सुनीता मडकामी नामक महिला बिना किसी को बताए गांव की पांच नाबालिग लड़कियों को तेलंगाना में मिर्ची फार्म में काम करने ले गई. हमने महिला समेत तेलंगाना में कन्नाइगुडा गांव के रहने वाले कॉन्ट्रेक्टर संतोष मंचल के खिलाफ संबंधित धारा में एफआईआर दर्ज की गई है.’

12 साल की नाबालिग बच्ची अपने परिवार का पेट भरने के लिए बीजापुर के आदेड गांव से रोजगार की तलाश में तेलंगाना के पेरूर गांव गयी हुई थी. लॉकडाउन के बाद वो अपने ही गांव के 11 लोगों के साथ पैदल ही जंगली रास्ते से होते हुए तेलंगाना से बीजापुर के लिए रवाना हुई. तेलंगाना के पेरूर गांव से अपने घर वापस आने के लिए 11 लोगों के साथ बच्ची भी निकली. लगातार 3 दिनों तक पैदल सफर कर छत्तीसगढ़ के बीजापुर के मोदकपाल इलाके में 12 साल की जमलो मडकामी पहुंची ही थी कि डिहाइड्रेशन का शिकार होकर इस मासूम बच्ची की मौत हो गई. बच्ची की जहां मौत हुई वहां से उसका घर 14 किलोमीटर दूर था. बच्ची की मौत 18 अप्रैल को हुई थी.


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